रामपुर: सतलुज नदी पर बना करीब 20 साल पुराना पुल जो कोयल बायल क्षेत्र को दत्नगर से जोड़ता है. इस पुल के बनने से पहले यहां पर एक झुला था जो आने-जाने का साध हुआ करता था.
झुले से स्कूली छात्र, व्यवसायी इसी झूले का उपयोग करते थे. पुल के बनने के बाद लोगों को काफी राहत महसुस हुई है. रामपुर बायल प्रोजेक्ट 412 मेगावाट बनने के बाद यहां पर बड़े पुल का निर्माण होने के बाद कोयल, द्रोपा व अन्य छोटे-छोटे गांव को नजदीकी दत्नगर से जोड़ने वाला पुल यही है.
अब इस पुल पर से कुरपन खड्ड से उठाउ पेयजल शक्ती योजना के तहत जो पानी ले जाना है उसकी पाइपें ठियोग थानाधार क्षेत्र के लिए जा रही हैं. ये पाइपें इस पुल से होकर लाई जा रही हैं. हालांकी साल 2000 की बाढ़ में यह पुल क्षतीग्रस्त हो चुका था.
विभाग ने लोगों की सुविधा के लिए इस पुल को फिर से बना दिया था. आए दिन स्थानीय क्षेत्र के लोगों के छोटे वाहन इस पुल से गुजरते हैं, लेकिन यदि यह पाइपें इस पुल से होकर गुजरती हैं तो यहां से फिर वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही.
पुल पर अधिक वजन होने के कारण असुरक्षीत हो सकता है, जिस कारण स्थानीय लोगों में पुल से पानी की पाइपें ले जाने के कारण भारी रोष है. वहीं, जानकारी देते हुए स्थानीय निवासी सुरज जोंगा ने बताया कि जल शक्ति विभाग ने पुल के ऊपर से पानी की भारी पाइपें बिछाई हैं.
ऐसे में वाहनों की आवाजाही इस पुल से पुरी तरह से बंद हो चुकी हैं. वहीं, ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में उन्होंने सरकार से मांग की है कि संबंधित विभाग को सही दिशा निर्देश देकर पाइपों को किसी अन्य स्थान से ले जाने को कहें.