शिमला: हिमाचल विधानसभा के मानूसन सत्र में मुद्दों पर चर्चा न होने पर विपक्ष गांधीगिरी पर उतर आया है. विपक्ष ने गुरुवार को सदन की कार्यवाही खत्म होने के बाद शिमला रिज मैदान पर महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष काली पट्टी बांध कर मौन प्रदर्शन किया. साथ ही सरकार पर सदन में विपक्ष की आवाज को दबाने के आरोप लगाए.
विपक्षी नेताओं का कहना है कि सदन में हिमाचल प्रदेश के ज्वलंत मुद्दों पर विपक्ष नियम 67 और नियम 130 के तहत चर्चा की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार सदन को अपने हिसाब से चलाना चाहती है. जिसके चलते विपक्ष ने अब इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच ले जाने का ऐलान किया है.
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की विपक्ष कि ओर से दर्जन भर नियम 67 और 130 के तहत नोटिस दिए, लेकिन अब तक फैसला नहीं हो पाया है, जबकि सत्र का कल अंतिम दिन है. विपक्ष वितीय स्तिथि पर 130 के तहत चर्चा की मांग कर रहा था, लेकिन सरकार चर्चा के लिए तैयार नहीं हुई, जबकि प्रदेश पर 55 हजार करोड़ का कर्ज हो गया है और अब केंद्र ने जीएसटी रिफंड से भी पल्ला झाड़ लिया है. अब हिमाचल प्रदेश को कर्ज लेने की सलाह दी जा रही है. इसको लेकर सदन में चर्चा की मांग की जा रही थी, लेकिन ये सरकार चर्चा ही नहीं करना चाहती है.
मुकेश अग्निहोत्री ने कहा की पर्यटन पर और नेशनल हाईवे पर चर्चा की मांग की गई थी. सरकार सदन में चर्चा के लिए समय नहीं दे रही है, जिसके चलते विपक्ष जनता की अदालत में ये सभी मामले लेकर जाएगी और आज इसी को लेकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष मौन प्रदर्शन किया है और आने वाले समय मे सभी विधायक विधानसभा स्तर पर इन मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे.
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