शिमला: हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की ओर से छात्रों का पुनर्मूल्यांकन का परिणाम अभी तक घोषित नहीं किया गया है. विश्वविद्यालय की ओर से यूजी के परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि है और अभी तक पुनर्मूल्यांकन का परिणाम ही घोषित नहीं किया गया है.
इसकी वजह से अब छात्र असमंजस की स्थिति में है कि उन्हें अपना परीक्षा परिणाम ही पता नहीं है. अब छात्र संगठन इसे विश्वविद्यालय की लापरवाही करार दे रहे है. इसी मांग को लेकर आज एनएसयूआई ने एचपीयू कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा. उन्होंने कुलसचिव के समक्ष यह मांग रखी कि छात्रों के पुनर्मूल्यांकन का परिणाम जल्द से जल्द घोषित किया जाए.
एनएसयूआई परिसर अध्यक्ष प्रवीण मिन्हास ने कहा कि आज यूजी के परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि है लेकिन विश्वविद्यालय के लाचार रवैये के कारण हजारों छात्रों का भविष्य अधर में लटक गया है. आज परिसर में न ही कुलपति हैं और न ही परीक्षा नियंत्रक है, जिनके समक्ष छात्रों की इस समस्या को उठाया जा सके. यही वजह है कि एनएसयूआई ने अपनी इस मांग को लेकर कुलसचिव को ज्ञापन सौंपा है.
अपने इस ज्ञापन के माध्यम से भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन विश्वविद्यालय इकाई ने यह मांग की है कि परीक्षा फॉर्म भरने की तारीख आगे बढ़ाई जाए और पुनर्मूल्यांकन का परिणाम जल्द घोषित किया जाए.
बता दें कि पिछले वर्ष सितंबर माह में प्रदेश विश्वविद्यालय ने प्रदेश के यूजी छात्रों का परीक्षा परिणाम घोषित किया था, जिसमें प्रदेश के हजारों छात्रों ने अनुत्तीर्ण होने के बाद पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया था, लेकिन 6 महीने का समय पूरा होने के बाद भी अभी तक भी विश्वविद्यालय प्रशासन छात्रों का आधा-अधूरा परिणाम ही घोषित कर पाया है.
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