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मदद के लिए आगे आई शिमला की नोफल संस्था, रिज मैदान के घोड़ों का उठाएगी खर्च

शिमला में लगे कोरोना कर्फ्यू की वजह से एक बार फिर रिज मैदान पर घुड़सवारी करवाने वाले लोगों का काम ठप हो गया है. इन लोगों के लिए घोड़ों का खर्च उठा पाना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे में इन लोगों की मदद के लिए जिले की नोफल संस्था आगे आई है. नोफल संस्था ने इन लोगों के घोड़ों का पूरा खर्च उठाने की बात कही है. जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते तब तक इन घोड़ों के खाने-पीने और अन्य जरूरतों का ख्याल नोफल संस्था ही रखेगी. इसके अलावा इस संस्था ने रिपन अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों के लिए बिस्तर भी उपलब्ध करवाए हैं.

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Published : May 17, 2021, 8:06 PM IST

शिमला: कोरोना संक्रमण की वजह से लगने वाले लॉकडाउन और कर्फ्यू से काफी लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है. ऐसे लोगों की मदद के लिए नोफल संस्था हमेशा आगे रहती है. इस बार भी नोफल संस्था ने रिज मैदान पर काम करने वाले घोड़ा चालकों की मदद करने का फैसला लिया है. इसके अलावा नोफल संस्था ने रिपन अस्पताल में जरूरतमंद लोगों के लिए बिस्तर पर भी उपलब्ध करवाए हैं.

रिज मैदान के घोड़ों का खर्ज उठाएगी नोफल संस्था

नोफल संस्था ने घोड़ा चालकों को गोद ले लिया है. इतना ही नहीं घोड़ों को भी इस संस्था ने गोद ले लिया है. नोफल संस्था के मुताबिक अब इन घोड़ों और इनके चालकों का खर्चा नोफल संस्था ही उठाएगी जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते. संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि जब तक प्रदेश में कर्फ्यू लगा रहेगा तब तक सभी घोड़ों के खाने-पीने से लेकर उनकी हर जरूरत को पूरा किया जाएगा. इसके अलावा संस्था घोड़ा मालिकों के परिवार को भी राहत सामग्री प्रदान करेगी.

वीडियो.

रिपन अस्पताल में तीमारदारों को बांटे गए 40 बिस्तर

गुरमीत सिंह ने बताया कि संस्था ने रिपन अस्पताल में मरीजों के साथ आए तीमारदारों को रात बिताने के लिए बिस्तर आदि भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि रिपन अस्पताल में तीमारदारों को लगभग 40 बिस्तर दिए गए. इसके अलावा जिन लोगों को भी अस्पताल या घरों में कोई दिक्कत आ रही है, वह नोफल संस्था से सीधे संपर्क कर सकता है. संस्था दिन-रात लोगों की सेवा के लिए तत्पर है. गुरमीत ने कहा कि संस्था द्वारा कुछ दिन पहले आईजीएमसी, रिपन और आयुर्वेदिक अस्पताल में 100-100 पेटियां मिनरल वाटर की भी दी गई हैं. आने वाले समय में भी कोविड मरीजों को यह सुविधा दोबारा दी जाएगी.

ये भी पढ़ें: सांसद अनुराग ठाकुर की ओर से भेजी गई मेडिकल उपकरण की खेप पहुंची सोलन, डीसी बोले- सही समय पर मिली मदद

शिमला: कोरोना संक्रमण की वजह से लगने वाले लॉकडाउन और कर्फ्यू से काफी लोगों का रोजगार प्रभावित हुआ है. ऐसे लोगों की मदद के लिए नोफल संस्था हमेशा आगे रहती है. इस बार भी नोफल संस्था ने रिज मैदान पर काम करने वाले घोड़ा चालकों की मदद करने का फैसला लिया है. इसके अलावा नोफल संस्था ने रिपन अस्पताल में जरूरतमंद लोगों के लिए बिस्तर पर भी उपलब्ध करवाए हैं.

रिज मैदान के घोड़ों का खर्ज उठाएगी नोफल संस्था

नोफल संस्था ने घोड़ा चालकों को गोद ले लिया है. इतना ही नहीं घोड़ों को भी इस संस्था ने गोद ले लिया है. नोफल संस्था के मुताबिक अब इन घोड़ों और इनके चालकों का खर्चा नोफल संस्था ही उठाएगी जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते. संस्था के अध्यक्ष गुरमीत सिंह ने बताया कि जब तक प्रदेश में कर्फ्यू लगा रहेगा तब तक सभी घोड़ों के खाने-पीने से लेकर उनकी हर जरूरत को पूरा किया जाएगा. इसके अलावा संस्था घोड़ा मालिकों के परिवार को भी राहत सामग्री प्रदान करेगी.

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रिपन अस्पताल में तीमारदारों को बांटे गए 40 बिस्तर

गुरमीत सिंह ने बताया कि संस्था ने रिपन अस्पताल में मरीजों के साथ आए तीमारदारों को रात बिताने के लिए बिस्तर आदि भी दिए हैं. उन्होंने कहा कि रिपन अस्पताल में तीमारदारों को लगभग 40 बिस्तर दिए गए. इसके अलावा जिन लोगों को भी अस्पताल या घरों में कोई दिक्कत आ रही है, वह नोफल संस्था से सीधे संपर्क कर सकता है. संस्था दिन-रात लोगों की सेवा के लिए तत्पर है. गुरमीत ने कहा कि संस्था द्वारा कुछ दिन पहले आईजीएमसी, रिपन और आयुर्वेदिक अस्पताल में 100-100 पेटियां मिनरल वाटर की भी दी गई हैं. आने वाले समय में भी कोविड मरीजों को यह सुविधा दोबारा दी जाएगी.

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