शिमला: हिमाचल की जेलों में बंद कैदियों को नाबार्ड हुनर मंद बनाएगा. नाबार्ड कैदियों को एक माह का प्रशिक्षण देने जा रहा है. जहां महिला और पुरूष कैदियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय शिमला नाबार्ड द्वारा युवा जाग्रति संगठन हिमाचल प्रदेश जिला शिमला के सहयोग से गुरुवार को केंद्रीय आदर्श कारागार कंडा जेल में कैदियों के लिए एक महीने के कौशल विकास कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस कार्यक्रम में महिला कैदियों को पापड़, आचार, मसाला पाउडर और पुरुष कैदियों को प्लंबिंग व सेनिटरी का प्रशिक्षण दिया जाएगा. राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक हिमाचल प्रदेश क्षेत्रीय कार्यालय शिमला नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक शिमला राजेश डोगरा ने बताया कि इस एक महीने के प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से कैदियों को विभिन हुनर सिखाए जाएंगे. इसमें महिलाओं और पुरूषों को अलग-अलग प्रशिक्षण दिया जायेगा, ताकि कैदी भी आत्म निर्भर बन सकें.
राजेश डोगरा ने बताया कि बताया कि इस कार्यक्रम को आयोजित करवाने का उद्देश्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कौशल भारत के अभियान को आगे बढ़ाना है, ताकि इसके माध्यम से कैदियों को हुनरमंद बनाया जा सके, ताकि जब वे अपनी सजा पूरी करके जेल से बाहर जाएं तो वे अपना रोजगार आसानी से प्राप्त कर सकें. वहीं, केंद्रीय आदर्श कारागार कंडा जेल के जेल अधीक्षक भानु प्रकाश शर्मा ने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से कैदियों को काफी फायदा होता है और उनके हुनर में भी वृद्धि होती है और जेल में कैदियों के पास काफी खाली समय होता है और वे इस तरह के कौशल विकास कार्यक्रमों के माध्यम से कारागार में व्यस्त रहते हैं.
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