ठियोग/शिमलाः प्रदेश के बहुचर्चित गुड़िया दुष्कर्म और हत्या केस के दोषी नीलू को आजीवन कारावास सजा सुनाई गई है. इस मामले पर सीबीआई की ओर से की गई जांच पर प्रदेश की जनता नाखुश हैं. लोगों का कहना है कि सीबीआई ने असली गुनहगारों को पकड़ा है.
गरीबों को न्याय मिलना आज बहुत बड़ी चुनौती
इस फैसले पर ठियोग के विधायक राकेश सिंघा ने सवाल उठाए हैं. सिंघा ने कहा कि आज न्याय केवल अमीरों के हाथ की बात रह गई है और गरीबों को न्याय मिलना आज बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. उन्होंने कहा कि गुड़िया को केवल एक आदमी नहीं मार सकता था न उसके साथ दुष्कर्म का सकता था, लेकिन आज तक सही तथ्यों को सामने नहीं लाया गया और जो असली आरोपी थे जिन्होंने दुष्कर्म किया उनको जांच एजेंसियां सामने ही नहीं ला पाईं और ना ही कोर्ट में सही सबूत पेश किए गए जिसके चलते अदालत ने नीलू को दोषी मानकर सजा सुना दी.
सरकार ने निष्पक्ष जांच करवाने के लिए की आनाकानी- सिंघा
राकेश सिंघा ने कहा कि गुड़िया के माता-पिता लगातार सरकार से मांग कर रहे हैं कि इस बारे में फिर से निष्पक्ष जांच हो लेकिन सरकार जांच करवाने को लेकर आनाकानी कर रही है. उन्होंने कहा कि गुड़िया को न्याय मिले इसको लेकर वे आगे भी लड़ते रहेंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जब तक गुड़िया के माता-पिता और उनकी बेटी को न्याय नहीं मिल पाता वे लगातार जन आंदोलन के माध्यम से व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे.
आपको बता दें कि गुड़िया दुष्कर्म और हत्या केस मामले में विधायक राकेश सिंघा ने जन आंदोलन के माध्यम से CBI जांच की मांग की थी और लगातार इस मुद्दे को लेकर सरकार पर सवाल उठाए और गुड़िया के माता-पिता को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया जिस पर आज भी वे कायम हैं वे इस लड़ाई को लड़ते रहने का उन्होंने साफ तौर पर संदेश भी दिया है.
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