ETV Bharat / state

स्कूलों में शुरू होगा मिड- डे मील, कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

कोरोना महामारी का खतरा कम होने के बाद राज्य सरकार ने स्कूलों में मध्याह्न (mid day meal in himachal)भोजन को दोबारा से शुरू करने के आदेश दिया है. स्कूलों में 1 मार्च से प्रधानमंत्री पोषण शक्ति (Prime Minister Nutrition Power Campaign) निर्माण अभियान के तहत छात्रों को दोपहर का भोजन दिया जाएगा.

Himachal schools
कोविड प्रोटोकॉल का करना होगा पालन
author img

By

Published : Feb 18, 2022, 9:36 PM IST

शिमला: कोरोना महामारी का खतरा कम होने के बाद राज्य सरकार ने स्कूलों में मध्याह्न (mid day meal in himachal)भोजन को दोबारा से शुरू करने के आदेश दिया है. स्कूलों में 1 मार्च से प्रधानमंत्री पोषण शक्ति (Prime Minister Nutrition Power Campaign) निर्माण अभियान के तहत छात्रों को दोपहर का भोजन दिया जाएगा. निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग डॉ. पंकज ललित की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किए गए. 2 सालों के लंबे अंतराल के बाद स्कूलों में मिड डे मील दोबारा से शुरू किया जाएगा.

कोरोना महामारी के बीच सरकार ने कई बार स्कूलों को खोला, लेकिन मिड- डे मील को बंद ही रखा गया. अब कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही , जिसके बाद सरकार ने मिड- डे मील को दोबारा से शुरू करने का निर्णय लिया है. अभी तक छात्रों को योजना के तहत सूखा राशन ही मुहैया करवाया जा रहा था. विभाग की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि मिड- डे मील तैयार करने के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए.

स्कूलों को निर्देश दिए गए कि मिड- डे मील तैयार करते वक्त कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. मिड-डे मील के तहत सरकारी प्राइमरी स्कूलों में प्रत्येक बच्चे को 100 ग्राम और अपर प्राइमरी में 150 ग्राम खाद्यान्न मुहैया कराने का प्रावधान है. इसके अलावा प्राइमरी के बच्चे को 4 रुपए 97 पैसे ,जबकि मिडिल के बच्चों को 7 रुपए 45 पैसे हर दिन दाल, तेल सहित अन्य खाना बनाने की लागत के रूप में भी दिए जाते है.

ये भी पढ़ें :Paragliding in Sirmaur: पैराग्लाइडिंग का स्वर्ग है हिमाचल, अब सिरमौर में भी होगी मानव परिंदों की उड़ान

शिमला: कोरोना महामारी का खतरा कम होने के बाद राज्य सरकार ने स्कूलों में मध्याह्न (mid day meal in himachal)भोजन को दोबारा से शुरू करने के आदेश दिया है. स्कूलों में 1 मार्च से प्रधानमंत्री पोषण शक्ति (Prime Minister Nutrition Power Campaign) निर्माण अभियान के तहत छात्रों को दोपहर का भोजन दिया जाएगा. निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग डॉ. पंकज ललित की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी किए गए. 2 सालों के लंबे अंतराल के बाद स्कूलों में मिड डे मील दोबारा से शुरू किया जाएगा.

कोरोना महामारी के बीच सरकार ने कई बार स्कूलों को खोला, लेकिन मिड- डे मील को बंद ही रखा गया. अब कोरोना के मामलों में लगातार कमी आ रही , जिसके बाद सरकार ने मिड- डे मील को दोबारा से शुरू करने का निर्णय लिया है. अभी तक छात्रों को योजना के तहत सूखा राशन ही मुहैया करवाया जा रहा था. विभाग की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि मिड- डे मील तैयार करने के दौरान पूरी सावधानी बरती जाए.

स्कूलों को निर्देश दिए गए कि मिड- डे मील तैयार करते वक्त कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए. मिड-डे मील के तहत सरकारी प्राइमरी स्कूलों में प्रत्येक बच्चे को 100 ग्राम और अपर प्राइमरी में 150 ग्राम खाद्यान्न मुहैया कराने का प्रावधान है. इसके अलावा प्राइमरी के बच्चे को 4 रुपए 97 पैसे ,जबकि मिडिल के बच्चों को 7 रुपए 45 पैसे हर दिन दाल, तेल सहित अन्य खाना बनाने की लागत के रूप में भी दिए जाते है.

ये भी पढ़ें :Paragliding in Sirmaur: पैराग्लाइडिंग का स्वर्ग है हिमाचल, अब सिरमौर में भी होगी मानव परिंदों की उड़ान

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.