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आढ़तियों के खिलाफ किसान संघर्ष समिति ने खोला मोर्चा, धरना-प्रदर्शन की चेतावनी - चेतावनी

आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के पैसे नहीं देने के मामले में ननखड़ी में बागवानों की बैठक हुई. किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया कि दो सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए.पी.एम.सी पर धरने में शामिल होंगे.

किसान संघर्ष समिति
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Published : Apr 3, 2019, 10:37 PM IST

रामपुर: आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के पैसे नहीं देने के मामले में ननखड़ी में बागवानों की बैठक हुई. किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया कि दो सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए.पी.एम.सी पर धरने में शामिल होंगे. इस बैठक में किसान नेता राकेश सिंघा बैठक में विशेष तौर से शामिल रहे.

Kisan Sangharsh Samiti
किसान संघर्ष समिति

बागवानों से बात करते हुए सिंघा ने बताया कि शिमला के सेब क्षेत्रों के कुछ आढ़तियों ने पिछले 4 वर्षों तक के बागवानों की बिक्री के पैसे नहीं दिए हैं और अब इस वर्ष भी हालत ऐसे ही है. उन्होंने बताया कि अभी तक पैसे न देने और पैसा मांगने पर आढ़तियों द्वारा धमकाने की करीब 60 एफआईआर दर्ज हो चुकी है. बागवानों के करोड़ो रुपये आढ़तियों ने दबा रखे हैं.

राकेश सिंघा, किसान नेता

किसानों की इतनी अनदेखी व शिकायतों के बाद भी न तो हिमाचल पुलिस और न ही हिमाचल की भाजपा सरकार आढ़तियों पर कोई कार्रवाई कर रही है. सिंघा ने बताया कि इसमें खास तौर से आढ़तियों ने नियमानुसार कार्य नहीं किया और न ही मार्केट बोर्ड और मार्केट कमेटी ने अपना कार्य ठीक तरह किया. मार्केट कमेटी के कारोबार के सिद्धांत आज किसान के पक्ष के नहीं है.

रामपुर: आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के पैसे नहीं देने के मामले में ननखड़ी में बागवानों की बैठक हुई. किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया कि दो सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए.पी.एम.सी पर धरने में शामिल होंगे. इस बैठक में किसान नेता राकेश सिंघा बैठक में विशेष तौर से शामिल रहे.

Kisan Sangharsh Samiti
किसान संघर्ष समिति

बागवानों से बात करते हुए सिंघा ने बताया कि शिमला के सेब क्षेत्रों के कुछ आढ़तियों ने पिछले 4 वर्षों तक के बागवानों की बिक्री के पैसे नहीं दिए हैं और अब इस वर्ष भी हालत ऐसे ही है. उन्होंने बताया कि अभी तक पैसे न देने और पैसा मांगने पर आढ़तियों द्वारा धमकाने की करीब 60 एफआईआर दर्ज हो चुकी है. बागवानों के करोड़ो रुपये आढ़तियों ने दबा रखे हैं.

राकेश सिंघा, किसान नेता

किसानों की इतनी अनदेखी व शिकायतों के बाद भी न तो हिमाचल पुलिस और न ही हिमाचल की भाजपा सरकार आढ़तियों पर कोई कार्रवाई कर रही है. सिंघा ने बताया कि इसमें खास तौर से आढ़तियों ने नियमानुसार कार्य नहीं किया और न ही मार्केट बोर्ड और मार्केट कमेटी ने अपना कार्य ठीक तरह किया. मार्केट कमेटी के कारोबार के सिद्धांत आज किसान के पक्ष के नहीं है.



किसान संघर्ष समिति 22 अप्रैल को शिमला में एपीएमसी के कार्यालय के बहार करेगी  धरना प्रदर्शन 
किसान संघर्ष समिति ने बनाई रणनीति ननखड़ी के 2 सौ बागवान धरने में होंगे शामील
रामपुर बुशहर 3 अप्रैल मीनाक्षी 
आढ़तियों द्वारा सेब उत्पादकों के सेब की बिक्री के पैसे नही देने बारे आज ननखड़ी में बागवानों की बैठक के बाद किसान संघर्ष समिति ननखड़ी ने ये फैसला लिया  कि ननखड़ी के 2 सौ बागवान 22 अप्रैल को शिमला में ए पी एम सी पर धरने में शामिल होंगे।    कि  इस बैठक में किसान नेता राकेश सिंघा बैठक में विशेष तौर से शामिल रहे। 
बागवानों से बात करते हुए सिंघा ने बताया कि शिमला के सेब क्षेत्रो के कुछ आढ़तियों ने पिछले 4 वर्षों तक के बागवानों की बिक्री के पैसे नही दिए है। और अब इस वर्ष भी हालत ऐसे ही है। उन्होंने बताया कि अभी तक पैसे न देने और पैसा मांगने पर आढ़तियों द्वारा धमकाने की करीब 60 एफआईआर दर्ज हो चुकी है बागवानों के करोड़ो रूपये आढ़तियों ने दबा रखे है किसानों की इतनी अनदेखी व शिकायतों के बाद भी न तो हिमाचल पुलिस और न ही हिमाचल की भाजपा सरकार आढ़तियों पर कोई कार्यवाही कर रही है। सिंघा ने बताया कि इसमें खास तौर से आढ़तियों ने नियमानुसार कार्य नही किया और न ही मार्किट बोर्ड और मार्किट कमेटी ने अपना कार्य ठीक तरह किया। मार्किट कमेटी के कारोबार के सिद्धांत आज किसान के पक्ष के नही है। 


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