शिमला: हिमालयन कॉन्क्लेव होने के बाद उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश ने पर्यटन विस्तार करने की कवायद शुरू कर दी है. इसको लेकर शनिवार को उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने मसूरी में मुलाकात की. इस दौरान दोनों राज्यों के बीच पर्यटन की संभावनाओं पर विस्तार करने को लेकर चर्चा हुई.
उतराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि सीएम जयराम ठाकुर से मुलाकात के दौरान रिवर राफ्टिंग पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि प्रदेश के कई बुग्याल हिमाचल प्रदेश से जुड़े हैं, जिन्हें क्रियाशील करने के लिए जल्द हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया जाएगा.
पढ़ें: घोषणाओं में कैद स्वतंत्रता सेनानी का घर, जवाहर लाल नेहरू इन्हें बुलाते थे पहाड़ी गांधी
सतपाल महाराज ने बताया कि मुरैन अल्पाइन मैदान जैसे मैदानों को विश्राम गृह के रूप में प्रयोग किया जाएगा. जिससे ट्रैकिंग पर जाने वाले लोगों को इसका फायदा मिल सके. उन्होंने बताया कि हिमालय राज्यों की लगभग एक जैसी समस्या है. मसूरी में आयोजित हिमालयन कॉन्क्लेव में सभी हिमालयी राज्यों द्वारा अलग से हिमालयी राज्यों का मंत्रालय स्थापित करने की मांग की गई. इससे जल्द ही राज्यों की समस्याओं का समाधान निकाला जा सकेगा.