शिमलाः एशियन डेवलपमेन्ट बैंक से मिले करोड़ो रूपयों को शिमला शहर के सौदर्यकरण पर जमकर खर्चा तो गया, लेकिन अब इन कार्यों पर सवाल उठ रहे हैं. शहर में रेलिंग लगाए एक साल भी नहीं हुआ है और ये जगह-जगह से टूट गई है.
यही नहीं, शहर में मार्बल भी जगह-जगह से टूट गया है. शिमला नगर निगम ने भी एडीबी प्रोजेक्ट के तहत किए कामों पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इसके तहत कार्यों में लीपापोती के आरोप भी लगाए हैं. नगर निगम की महापौर कुसुम सदरेट का कहना है कि शहर में एडीबी के तहत किए जा रहे कामों में काफी त्रुटियां है. शहर में रेलिंग लगाई गई है जो अब टूट गई है और कुछ चोरी भी किया गया है. शहर में जो मार्बल लगाया है वो भी टूट गया है.
उनका मानना है कि स्केंडल पर जो काम किया गया है वो भी अच्छा नहीं हुआ है. इसे लेकर एडीबी के अधिकारियों से बात की जाएगी और इसको लेकर जवाब भी तलब किया जाएगा. बता दें कि शिमला के सौंदर्यीकरण के लिए एशियन डेवलपमेन्ट बैंक से करोड़ रुपए मंजूर हुए थे. जिसके तहत शहर में रेलिंग, बेंचीज और शहर में टाइल्स भी लगाई जा रही है. इसके तहत ही टाउन हॉल का जीर्णोधार और पार्किंग का निर्माण भी किया गया है, लेकिन एडीबी द्वारा किया जा रहे निर्माण कार्य पर अब सवाल उठ रहे हैं.
इसके अलावा माल रोड के सौंदर्यीकरण के लिए एडीबी की ग्रांट से 23 करोड़ खर्च किया जा रहा है. जिसमे माल रोड में रेलिंग, बेचींस, रेन शेल्टर, नालियां और शहर के मार्गों पर टाइल बिछाने का काम किया जा रहा है, लेकिन इन कामों पर नगर निगम द्वारा ही सवाल खड़े कर दिए हैं. एडीबी से मिली ग्रांट का कार्य शहर में पर्यटन विभाग करवा रहा है.