शिमला: प्रदेश भाषा, कला और संस्कृति विभाग को 36 मंदिर परिसरों में स्वच्छ भारत अभियान को सफलतापूर्वक चलाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संस्था अर्थ डे नेटवर्क ने सम्मानित किया है. यह सम्मान प्रदेश के मंदिरों को साफ सुथरा और प्लास्टिक मुक्त बनाने की दिशा में बेहतर काम करने के लिए विभाग को दिया गया है.
इस पुरस्कार को विभाग की सचिव डॉ. पूर्णिमा चौहान ने प्राप्त किया है. उन्होंने इस पुरस्कार के लिए अर्थ डे नेटवर्क का आभार व्यक्त किया और साथ ही कहा कि प्रदेश के 36 मंदिर परिसरों में आस्था व सांस्कृतिक महत्व के कारण लाखों श्रद्धालु यहां आते हैं, जिनमें ज्वालाजी, बैजनाथ, चिंतपूर्णी आदि मंदिर मुख्य तौर पर शामिल है.
मंदिर परिसरों को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए विभाग ने बहुत से प्रयास किए हैं, जिनमें प्लास्टिक प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने के लिए निर्देश भी जारी किए गए हैं. इस अवसर पर डॉ. पूर्णिमा चौहान ने बताया कि इन मंदिरों में हर रोज छोटे ट्रैक्टर लोड के बराबर कूड़ा-कचरा एकत्रित हो जाता है, जिसकी मात्रा विशेष अवसरों, त्यौहारों के दौरान और अधिक बढ़ जाती है.
इस कचरे को वहीं वर्गीकृत करने के बाद रिसाइकल करने बारे निर्देश जारी किए गए हैं. मंदिर प्रशासन यह भी सुनिश्चत करेगा कि फूल पत्तियों के चढ़ावे की अगरबती-धूप के रूप में रीसाइकल की जाए, जिससे वातावरण प्रदूषण मुक्त होगा और मंदिर की आय में भी बढ़ोतरी होने के साथ-साथ आने वाले समय में व्यवसाय के अवसर भी पैदा होंगे.
बता दें कि अर्थ डे नेटवर्क विश्व भर में पर्यावरण प्रदूषण से पृथ्वी के बचाव पर 192 देशों में 75000 सहभागियों के साथ पर्यावरण लोकतंत्र पर काम कर रही है.