शिमला: दुनिया भर में आज मातृभाषा दिवस मनाया जा रहा है. इस दौरान देशभर में भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. राजधानी शिमला में भी हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी ने रोटरी टाउन हॉल में संवाद साहित्य कार्यक्रम का आयोजन किया.
शहर के साहित्यकारों सहित कॉलेजों के युवाओं ने लिया भाग
शहर के साहित्यकारों सहित कॉलेजों के युवाओं ने हिस्सा लिया और इस दौरान कविता पाठ करने के साथ ही नई पीढ़ी को मातृभाषा के बारे में बताया गया. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ साहित्यकार सुदर्शन वशिष्ठ ने इंद्र सिंघ ठाकुर ने शिरकत की और लोगों से मातृभाषा का सम्मान करने की अपील की.
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हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के निदेशक ने दी जानकारी
हिमाचल कला संस्कृति भाषा अकादमी के निदेशक करण सिंह ने बताया कि आजा मातृभाषा दिवस है. इस अवसर पर साहित्य संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. जिसमें वरिष्ठ साहित्यकारों के साथ ही युवा कवियों ने कविता पाठ किया और सभी वक्ताओं ने मातृभाषा के प्रति सम्मान रखने का आग्रह किया.
मातृभाषा का पूर्ण सम्मान होना जरुरी
उन्होंने कहा कि मातृभाषा का पूर्ण सम्मान होना चाहिए और साहित्य सृजन भी मातृ भाषा मे किया जाना चाहिए. युवा कवियों साक्षी शर्मा, संगीता, अभिनाश, रोशन पराशर ने काव्य पाठ किया. उन्होंने कहा कि अकादमी की ओर से प्रयास है कि लेखन अध्ययन पाठन का कार्य लगातर जारी रखें. सभी कवि अपनी रचनाओं को एक दूसरे के साथ साझा करें और पाठकों उन्हें तक पहुंचाने का प्रयास करें. शहरी क्षेत्रों के साथ ही ग्रमीण क्षेत्रो में भी साहित्य कार्यक्रम आयोजित किए जाने चाहिए. इसके लिए विभाग प्रयासरत है.
आगामी दिनों में साहित्य सम्मेलन, कवि सम्मेलन का भी होगा आयोजन
करण सिंह ने बताया कि कोरोना के चलते विभाग ऑनलाइन ही साहित्यकारों कवियों के साथ संवाद कर रहा था और आज पहला कार्यक्रम विभाग के टाउन हॉल में किया जा रहा है और जिस तरह से कोरोना के मामले अब काम होने लगे हैं तो विभाग लगातार साहित्य सम्मेलन, कवि सम्मेलन करने का प्रयास भी करेगा.
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