शिमला: प्रदेश में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए होने वाली इन्वेस्टर्स मीट होने वाली है. सीएम जयराम ने कहा कि इसके लिए पावर पॉलिसी में कुछ बदलाव किए गए हैं. उन्होंने कहा कि हिमाचल में इस तरह का ये पहला प्रयास है और इसे पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास किया जाएगा.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल में कानून व्यवस्था बेहतर हैं, क्राइम रेट कम है और सबसे बड़ी बात यहां के लोग अच्छे हैं, जिसकी बदौलत निवेशक जरूर प्रदेश में इन्वेस्ट करने के लिए आएंगे. उन्होंने कहा कि विदेश और देश से अधिक से अधिक इन्वेस्टर्स हिमाचल में निवेश करे इसके लिए केंद्र सरकार की मदद से प्रदेश सरकार हरसंभव प्रयास करेगी.
आपको बता दें कि इन्वेस्टर मीट को सफल बनाने के लिए जयराम ठाकुर 10 से 16 जून तक जर्मनी और नीदरलैंड में रोड शो कर निवेशकों को आकर्षित करेंगे. इसके अलावा दुनिया के करीब 50 देशों से भी निवेशकों को हिमाचल बुलाने की तैयारी है.
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इसके लिए जयराम सरकार विदेशों में मौजूद भारतीय राजदूतों का सहयोग भी ले रही है. प्रदेश सरकार इन राजदूतों की सहायता से 50 देशों के इन्वेस्टर्स को हिमाचल में निवेश और इन्वेस्टर मीट में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेगी. धर्मशाला में होने वाली इन्वेस्टर मीट के लिए प्रदेश सरकार के सभी महकमें पूरी तरह से तैयार हैं. इसके लिए 50 से अधिक प्रस्ताव भी तैयार कर लिए गए हैं. इसके अलावा राइजिंग हिमाचल नाम से एक मोबाइल ऐप भी तैयार किया गया है. ऐप के माध्यम से निवेशकों को पूरी जानकारी ऑनलाइन दी गई है, जिसमें लैंड बैंक की भी पूरी डिटेल दी गई है.
गौर रहे कि 26 और 27 सितंबर को धर्मशाला पुलिस ग्राउंड में होने वाले इस मेगा इवेंट के लिए देश-दुनिया की नामी कंपनियों को लाने की तैयारी चल रही है. इसके लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर विशेष रुचि दिखा रहे हैं. अधिकारियों को भी अब तक के सबसे बड़े आयोजन को सफल बनवाने के लिए बड़े स्तर पर प्रयास करने को कहा गया है.
कंपनियों के साथ पहले ही एमओयू हस्ताक्षर हो चुके हैं उनके निवेश कार्य में प्रगति की निगरानी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर खुद देख रहे हैं. इसके लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में दो बैठकें भी हो चुकी हैं. इन प्रोजेक्ट्स की निगरानी हिम प्रगति के माध्यम से की जा रही है.
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