शिमला: एचआरटीसी कर्मचारियों ने अपने ही पूर्व नेता शंकर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. साथ ही किसी के संरक्षण देने पर उसका भी विरोध करने की बात कही गई है. जानकारी के मुताबिक एचआरटीसी कर्मचारी संयुक्त समन्वय समिति ने पूर्व कर्मचारी नेता शंकर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए उन्हें संरक्षण नहीं देने को कहा है. समिति ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई शंकर सिंह का समर्थन करेगा तो जेसीसी उसका विरोध करेगी.
जेसीसी के सचिव विद्या सागर शर्मा ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में कहा कि शंकर सिंह अब किसी भी कर्मचारी यूनियन का पदाधिकारी नहीं है. उनका कहना था कि भाजपा सरकार आने के बाद शंकर सिंह अपने आप को सरकार का चहेता बताकर काम करवाने की बात कहकर एचआरटीसी कर्मचारियों को धमकाने का काम कर रहा. उन्होंने कहा कि शंकर सिंह ने मंगलवार को एचआरटीसी के एमडी के खिलाफ सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली. साथ ही एमडी का पुतला फूंकने की बात कही. इसी तरह कुछ महीनों पहले उन्होंने यह पोस्ट डाली थी कि अधिकारी कोरोना फैला रहे हैं. विद्या सागर ने कहा कि शंकर सिंह कर्मचारी मुद्दों से भटक कर अपने मतलब साधने में लग हुए हैं.
ड्यूटी छोड़ राजनीति की
उनका कहना था कि पिछले ढाई साल से शंकर अपनी ड्यूटी छोड़ कर राजनीति करने में मशगूल रहे हैं. इसलिए इनकी ढाई साल की सैलरी भी रिकवर की जानी चाहिए. उनका कहना था कि शंकर 1988 में बतौर परिचालक लगा थे. उसी समय से उन पर आरोप लगने शुरू हुए जिसके कारण इसे सस्पेंड भी किया गया था.
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