रामपुर बुशहर: शिमला जिले के रामपुर में पशु पालन विभाग द्वारा 4 नवंबर से 6 नवंबर तक अश्व प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है. यह प्रदर्शन हर साल लवी मेले से पहले किया जाता है. वहीं, अश्व प्रदर्शनी से पहले किन्नौर के अमर सिंह का चामुर्थी घोड़ा सबसे महंगा 52,000 रुपये में बिका. बता दें कि रविवार को पशुपालकों के लिए पशुपालन विभाग द्वारा किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस दौरान पशुपालकों को विभाग के अधिकारियों और विशेषज्ञों द्वारा पशुओं के रखरखाव, बीमारियां, खानपान और दवाओं एवं उपचार के बारे में विस्तार से बताया गया. पशुपालकों को चलचित्र के माध्यम से कई जानकारियां दी गई.
52 हजार में बिका चामुर्थी घोड़ा: पशु प्रदर्शनी में सबसे महंगा किन्नौर के अमर सिंह का चामुर्थी घोड़ा 52,000 में इसके अलावा एक घोड़ी 48,000 में बिकी. विभाग के चिकित्सकों द्वारा पशुओं की बेहतर नस्ल कैसे हासिल की जा सकती है के बारे में बताया गया. पशुपालकों को बताया गया कि पशुओं की समय-समय पर चिकित्सकों से जांच करवानी चाहिए. ताकि उन्हें किसी भी भयानक बीमारियों से बचाया जा सके. इस शिविर में पशुपालन विभाग रामपुर के डॉ. अनिल शर्मा ने बताया कि प्रदर्शनी के पहले दिन रामपुर, ब्रौ, जगातखाना और चूहाबाग में 210 पशुओं का पंजीकरण कर उन्हें विभाग की ओर से दी जाने वाली सभी सुविधाओं को देना आरंभ कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि स्पीति के चामूर्थी घोड़े भी प्रदर्शनी में लाए गए हैं.
प्रदर्शनी में सेना की ओर से आरवीसी यूनिट द्वारा मैदान में एक मेडिकल कैंप लगाया गया है. कर्नल योगेश डोगरा, कमांडिंग अधिकारी अवेरी पट्टी, डॉ. मोनिका, डॉ. अक्षय और प्रवेश कुमार द्वारा अश्व पालकों को प्रशिक्षण दिया गया. प्रदर्शनी के दूसरे दिन तक मैदान में पशुपालकों द्वारा पचास के करीब चामुर्थी घोड़ों का व्यापार कर लिया है. घोड़ों की खरीद फरोख्त के लिए उत्तराखंड, जम्मू एवं कश्मीर, कुल्लू, चंबा से व्यापारी यहां पहुंचे हैं. विभाग द्वारा पशुपालकों को जलपान भी करवाया गया.