शिमला/हमीरपुर: मोदी 2.0 ने अपना पहला बजट पेश कर दिया है. मोदी सरकार ने जनता को झटका देते हुए पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ा दिए हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों पर भी असर पड़ेगा. जिसका सीधा असर लोगों की जेब पर पड़ेगा.
पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ाए जाने पर रसोई का बजट पर बिगड़ने के आसार हैं. आने वाले दिनों में रसोई का जायका फीका हो सकता है. हिमाचल में महिलाओं ने केंद्र सरकार के बजट को लेकर बेबाकी से अपनी राय रखी है.
केंद्र सरकार के पहले बजट से महंगाई का चाबुक आम जनता पर चलता नजर आ रहा है. हिमाचल की महिलाओं का मानना है कि केंद्र सरकार को महंगाई पर अंकुश लगाना चाहिए. पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से उनकी रसोई का बजट बिगड़ने के आसार हैं. महिलाओं का कहना है कि महंगाई सीधे तौर पर आम जनता से जुड़ी है इसलिए सरकार को प्राथमिकता के आधार पर इसे नियंत्रित करना चाहिए.
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महिलाओं का कहना है कि पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से सीधे तौर पर सब्जियों दालों इत्यादि के दाम बढ़ेंगे, जिससे रसोई का बजट बिगड़ जाएगा. उनका कहना है कि अगर रसोई का बजट बिगड़ता है तो एक परिवार का बजट पूरा बिगड़ जाता है. ऐसे में सरकार को पेट्रोल-डीजल के दाम ज्यादा नहीं बढ़ाने चाहिए. दामों पर नियंत्रण बेहद जरूरी है ताकि आम आदमी का जीवन यापन आसान बन सके.
गौरतलब है कि पेट्रोल-डीजल पर एक रुपया सेस लगने से तेल की कीमतें बढ़ेंगी. तेल की कीमत बढ़ने से कच्चे और तैयार माल की ढुलाई पर अधिक खर्च आएगा. तेल की कीमतें बढ़ने से आने वाले समय में खाद्य, निर्माणाधीन सामग्री और अन्य वस्तुओं के दाम बढ़ सकते हैं. ऐसे में हर वर्ग की जेब पर बोझ पड़ सकता है. आपको बता दें कि सेस बढ़ने से पेट्रोल व डीजल की कीमत में 2 रुपये से ज्यादा बढ़ोतरी हुई है.
पेट्रोल डीजल के दाम बढ़ने का असर पूरी इकोनोमी पर पड़ेगा. दैनिक उपयोग की सभी चीजों पर महंगाई की मार पड़ सकती है. ट्रांस्पोर्टेशन महंगा होने से सभी चीजों की दाम बढ़ेंगे. बजट से गैस सिलेंडर, रसोई के सामान व अन्य वस्तुओं का दाम बढ़ जाने की उम्मीद है.
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