शिमला: हिमाचल में ग्रीन ट्रांसपोर्ट की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है. परिवहन निदेशालय के अधिकारी अब इलेक्ट्रिक वाहनों में सफर करेंगे. इसके लिए सरकार की अनुमति के बाद निदेशालय ने 19 इलेक्ट्रिक वाहन खरीदे हैं, इनमें से 11 वाहन शिमला पहुंच चुके हैं. बाकी 8 गाड़ियां भी जल्दी आ जाएंगी. कुल 11 में 4 वाहन हुंडई कंपनी के हैं, बाकी 7 वाहन टाटा मोटर्स के हैं.
एक बार चार्ज पर 400 किलोमीटर का सफर: एक बार चार्ज करने पर ये गाड़ियां 400 किलोमीटर तक चलेंगी. इस तरह हिमाचल में अब सरकारी व निजी क्षेत्र में 1760 इलेक्ट्रिक वाहन हो गए हैं, इनमें परिवहन विभाग की बसें व शहर में विभिन्न रूट्स पर चल रही इलेक्ट्रिक टैक्सियां शामिल हैं. अभी खरीदी गई गाड़ियां परिवहन विभाग के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी यानी आरटीओ इस्तेमाल करेंगे. इससे पर्यावरण संरक्षण भी होगा और पेट्रोल की बचत भी.
19 इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदी: परिवहन निदेशालय के निदेशक आईएएस अनुपम कश्यप के अनुसार राज्य के सभी आरटीओ कार्यालयों में इलेक्ट्रिक गाड़यों को चार्ज करने के लिए स्टेशन भी खुलेंगे. सरकार के आदेश पर हिमाचल परिवहन विभाग ने 19 इलेक्ट्रिक गाड़ियों की खरीद की है, इनमें 11 शिमला पहुंच चुकी हैं और बाकी बची 8 गाड़ियां भी जल्द आएंगी. इनके साथ ही चार्जर भी खरीदे गए हैं. खरीदे गए 7.2 किलोवॉट के चार्जर सभी आरटीओ कार्यालयों में लगाए जाएंगे.
कार जल्दी होगी चार्ज: हुंडई और टाटा मोटर्स की गाड़ी में उसी कंपनी का चार्जर लगेगा. लिथियम-आयन बैटरी वाली इन गाड़ियों के साथ स्टैंडर्ड 3.3 किलोवाट चार्जर और 7.2 किलोवाट एसी फास्ट चार्जर आए हैं. फास्ट चार्जर की सहायता से कार को आसानी से 5-6 घंटे में पूरी तरह से चार्ज किया जा सकता है. उल्लेखनीय है कि शिमला में विभिन्न रूट्स पर इलेक्ट्रिक बसें चल रही हैं. इसके अलावा परिवहन विभाग की टैक्सियां भी अच्छा बिजनेस कर रही हैं. अकेले संजौली से लक्कड़ बाजार के लिए लगाई गई टैक्सियां एक दिन में परिवहन विभाग को 15 हजार रुपए कमा कर देती हैं.