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स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022: हिमाचल का सुंदरनगर दूसरे और नालागढ़ तीसरे स्थान पर - National Clean Air Program

स्वच्छ वायु सर्वेक्षण में हिमाचल के दो शहरों ने अपनी जगह बनाई है. हिमाचल के सुंदरनगर को दूसरा और नालागढ़ को तीसरा स्थान मिला है. इन नगरों को क्रमशः 25 लाख और 12.50 लाख का नकद ईनाम दिए गए.

National Clean Air Program
स्वच्छ वायु सर्वेक्षण 2022
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Published : Dec 3, 2022, 7:39 PM IST

शिमला: हिमाचल के दो नगरों को राष्ट्रीय स्तर के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण अवार्ड-22 से नावाजा गया है. नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत सुंदरनगर को देशभर में दूसरा स्थान और नालागढ़ को तीसरा स्थान मिला है. उड़ीसा के भुवनेश्वर में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस वायु में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण अवार्ड-22 के तहत इन नगरों को क्रमशः 25 लाख और 12.50 लाख का नकद ईनाम दिए गए. उड़ीसा के राज्यपाल गनेशी लाल और केंद्रीय पर्यावण वन मंत्री भूपिंद्र लाल ने यह अवार्ड दिए. हिमाचल की ओर से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चीफ साइंटिफिक आफिसर डॉ मनोज चौहान ने यह अवार्ड हासिल किए.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अपूर्व देवगन ने कहा है कि हिमाचल में PM-10 (पार्टिकुलेट मैटर-10) को कंट्रोल करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि नॉन-अटैनमेंट सिटीज/टाउन (एनएसी/टी) में PM-10 की हायर कंसंट्रेशन की संभावना को देखते हुए सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर इन नगरों में प्रदूषण की समस्या को कम करने एक्शन प्लान तैयार किए गए. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी नॉन- अटैनमेंट सिटीज/टाउन (एनएसी/टी) की वायु निगरानी की क्षमता को बढ़ाया.

इसके साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यावरण, विज्ञान, तकनीकी) की अध्यक्षता में बनी एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग कमेटी कमेटी ने एक्शन प्लान की इंप्लीमेंटेशन की समय-समय पर समीक्षा की. इसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ-साथ जिलाधीशों की अध्यक्षता में बनी सिटी लेवल इंप्लीमेंटेशन कमेटी ने भी अहम भूमिका निभाई. इससे इन नगरों की वायु में PM-10 को 40 फीसदी से कम करने में मदद मिली है.

हिमाचल की एयर क्वालिटी एंडेक्स (AQI) में सुधार: PM-10 को कंट्रोल के लिए उठाए गए कदमों से प्रदेश की वायु गुणवत्ता में भी सुधार आया. साल 2017 में जहां हिमाचल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 81 था, वो अब 61 पहुंच गया है. अगर वायु गुणवत्ता के नजरिए से राज्य में शिमला, धर्मशाला, मनाली, सुंदरनगर और परवाणू की स्थिति अच्छी है. वहीं, ऊना, डमटाल, पांवटा साहिब, कालाअंब, बरोटीवाला और नालागढ़ को संतोषजनक श्रेणी में रखा गया है यानी इनकी स्थिति पहले वाली श्रेणी से कुछ खराब है, जबकि बद्दी मध्यम है. यानी बद्दी की वायु गुणवत्ता की स्थिति इन तमाम क्षेत्रों से खराब है.

ये भी पढ़ें- उपलब्धि: CCTNS रैकिंग में सुंदरनगर थाना हिमाचल में अव्वल

शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स सबसे बेहतर: एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) में शिमला का सबसे अच्छा 18, सुंदरनगर का 43, परवाणू का 45, मनाली 47 और धर्मशाला का 49 है. संतोषजनक वायु गुणवत्ता क्षेत्रों में यह डमटाल में 55, नालागढ़ में 70, ऊना में 72, कालाअंब में 77 और बरोटीवाला में 96 है, बद्दी में यह मध्यम यानी 163 है. दिल्ली का इंडेक्स 306 है. हिमाचल प्रदेश के तमाम क्षेत्र देशभर के अन्य शहरों के बजाय एयर क्वालिटी इंडेक्स में अच्छे हैं.

शिमला: हिमाचल के दो नगरों को राष्ट्रीय स्तर के स्वच्छ वायु सर्वेक्षण अवार्ड-22 से नावाजा गया है. नेशनल क्लिन एयर प्रोग्राम (एनसीएपी) के तहत सुंदरनगर को देशभर में दूसरा स्थान और नालागढ़ को तीसरा स्थान मिला है. उड़ीसा के भुवनेश्वर में आयोजित इंटरनेशनल कांफ्रेंस वायु में स्वच्छ वायु सर्वेक्षण अवार्ड-22 के तहत इन नगरों को क्रमशः 25 लाख और 12.50 लाख का नकद ईनाम दिए गए. उड़ीसा के राज्यपाल गनेशी लाल और केंद्रीय पर्यावण वन मंत्री भूपिंद्र लाल ने यह अवार्ड दिए. हिमाचल की ओर से प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चीफ साइंटिफिक आफिसर डॉ मनोज चौहान ने यह अवार्ड हासिल किए.

प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अपूर्व देवगन ने कहा है कि हिमाचल में PM-10 (पार्टिकुलेट मैटर-10) को कंट्रोल करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. उन्होंने कहा कि नॉन-अटैनमेंट सिटीज/टाउन (एनएसी/टी) में PM-10 की हायर कंसंट्रेशन की संभावना को देखते हुए सभी संबंधित विभागों के साथ मिलकर इन नगरों में प्रदूषण की समस्या को कम करने एक्शन प्लान तैयार किए गए. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने सभी नॉन- अटैनमेंट सिटीज/टाउन (एनएसी/टी) की वायु निगरानी की क्षमता को बढ़ाया.

इसके साथ ही अतिरिक्त मुख्य सचिव (पर्यावरण, विज्ञान, तकनीकी) की अध्यक्षता में बनी एयर क्वालिटी मॉनीटरिंग कमेटी कमेटी ने एक्शन प्लान की इंप्लीमेंटेशन की समय-समय पर समीक्षा की. इसमें प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के साथ-साथ जिलाधीशों की अध्यक्षता में बनी सिटी लेवल इंप्लीमेंटेशन कमेटी ने भी अहम भूमिका निभाई. इससे इन नगरों की वायु में PM-10 को 40 फीसदी से कम करने में मदद मिली है.

हिमाचल की एयर क्वालिटी एंडेक्स (AQI) में सुधार: PM-10 को कंट्रोल के लिए उठाए गए कदमों से प्रदेश की वायु गुणवत्ता में भी सुधार आया. साल 2017 में जहां हिमाचल का एयर क्वालिटी इंडेक्स 81 था, वो अब 61 पहुंच गया है. अगर वायु गुणवत्ता के नजरिए से राज्य में शिमला, धर्मशाला, मनाली, सुंदरनगर और परवाणू की स्थिति अच्छी है. वहीं, ऊना, डमटाल, पांवटा साहिब, कालाअंब, बरोटीवाला और नालागढ़ को संतोषजनक श्रेणी में रखा गया है यानी इनकी स्थिति पहले वाली श्रेणी से कुछ खराब है, जबकि बद्दी मध्यम है. यानी बद्दी की वायु गुणवत्ता की स्थिति इन तमाम क्षेत्रों से खराब है.

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शिमला का एयर क्वालिटी इंडेक्स सबसे बेहतर: एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index) में शिमला का सबसे अच्छा 18, सुंदरनगर का 43, परवाणू का 45, मनाली 47 और धर्मशाला का 49 है. संतोषजनक वायु गुणवत्ता क्षेत्रों में यह डमटाल में 55, नालागढ़ में 70, ऊना में 72, कालाअंब में 77 और बरोटीवाला में 96 है, बद्दी में यह मध्यम यानी 163 है. दिल्ली का इंडेक्स 306 है. हिमाचल प्रदेश के तमाम क्षेत्र देशभर के अन्य शहरों के बजाय एयर क्वालिटी इंडेक्स में अच्छे हैं.

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