शिमला: स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल ने पूर्व मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कौल सिंह ठाकुर को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्होंने बिना तथ्यों के बेबुनियाद आरोप लगाए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर राजीव सैजल ने कहा कि पल्स ऑक्सीमीटर और ऑक्सीजन पाइप लाइन को लेकर किसी भी तरह की अनियमितताएं नहीं हैं. यह सभी आरोप बेबुनियाद हैं. केंद्रीय लोक निर्माण विभाग ने पूरी पारदर्शिता के नियमों के आधार पर पल्स ऑक्सीमीटर की खरीद के साथ ऑक्सीजन पाइप लाइन को बिछाने का कार्य किया है.
इसपर 6.59 प्रदेश के विभिन्न जिला अस्पतालों में मेडिकल गैस पाइपलाइन ऑक्सीजन सिस्टम स्थापित करने और ऑक्सीमिटर की खरीद नियमों के अनुसार की गई. कुल चार बोलीदाताओं ने बोली प्रक्रिया में भाग लिया और सबसे कम बोली लगाने वाले को काम दिया गया.
निम्नतम बोलीदाता द्वारा सभी वस्तुओं की दरें वस्तु दर विनिर्देशों और ब्रांड/मापदंड को ध्यान में रखते हुए उचित और न्यायसंगत थीं. ऑनलाइन इ-बोली प्रणाली पूरी तरह से पारदर्शी है. इ-टेंडरिंग मॉड्यूल के माध्यम से निष्पक्ष और व्यापक प्रचार सुनिश्चित किया गया था. ऑनलाइन इ-बोली प्रक्रिया सार्वजनिक डोमेन में उपलब्ध है.
डीडीयू आत्महत्या मामले को लेकर उन्होंने कहा कि जांच पूरी हो गई है और इस संबंध में उचित कार्रवाई की जाएगी. डीडीयू के चिकित्सक अधीक्षक के अवकाश पर होने को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि अवकाश का मतलब यह नहीं है कि जिम्मेदारी उनकी नहीं है वह भी पूरी तरह से जिम्मेदार हैं.
डॉ. राजीव सैजल ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग में पल्स ऑक्सीममीटर की खरीद मानक पर की गई है क्योंकि उस समय पल्स ऑक्सीममीटर की कीमत 2800 रुपए ही थी. अब 300 रुपए में भी पल्स ऑक्सीममीटर मिल रहा है. वहीं, कांग्रेस सरकार के समय ऑक्सीजन सिलिंडर के घोटाले की जांच की जाएगी. सैजल ने कहा कि कांग्रेस के नेता कौल सिंह सारे मामले में तथ्यहीन बयानबाजी कर रहे हैं.
स्वास्थ्य मंत्री ने कौल सिंह ठाकुर को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि कौल सिंह ने भ्रामक बयानबाजी बंद नहीं की तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने दीन दयाल अस्पताल में महिला की आत्महत्या की जांच रिपोर्ट के सवाल पर बताया कि मामले की जांच रिपोर्ट आ गई है. इसमें जिनकी भी कोताही सामने आई है, उनके ऊपर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी. एमएस चाहे छुट्टी में थे, लेकिन उनकी जिम्मेदारी भी बनती है.
पढ़ें: सवालों के घेरे में कंडक्टर भर्ती परीक्षा, आयोग को नहीं पता कौन है प्रदेश का परिवहन मंत्री