शिमला: समाज के विकास लिए पुरूष और महिलाओं दोनों की समान भागीदारी जरूरी है. साथ ही साथ समाज में महिलाओं के प्रति संवेदनशीलता पर कार्य किया जाना चाहिए ताकि समाज में लैंगिक असमानता को कम किया जा सके और महिलाओं की विकास में भागीदारी बढ़ाई जा सके. दरअसल प्रदेश में चलाई जा रही कौशल विकास योजना के तहत कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने ये बातें कही.
हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा लैंगिक समानता एवं बराबर भागीदारी पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता मंत्री बिक्रम सिंह ने की. इस दौरान बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश सरकार महिलाओं के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है और इस दिशा में विभिन्न सरकारी योजनाएं व कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं.
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हिमाचल प्रदेश कौशल विकास निगम द्वारा चलाई जा रही विभिन्न गतिविधियों के अन्तर्गत महिलाओं के विकास पर भी विशेष बल दिया गया है जिससे प्रदेश के समग्र विकास में सहायता मिलेगी. तकनीकी शिक्षा मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में महिलाओं ने सदैव हर क्षेत्र में अपना योगदान दिया है. महिलाएं ग्रामीण क्षेत्रों में विकासात्मक गतिविधियों से लेकर पंचायती राज संस्थाओं में भी बढ़-चढ़ कर भाग ले रही हैं.
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उन्होंने कहा कि हमें महिलाओं के प्रति अपने दृष्टिकोण को बदलना चाहिए केवल तभी समाज में बदलाव लाया जा सकता है. आधुनिक युग में महिलाओं की भूमिका में आए सकारात्मक बदलाव पर अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए मंत्री ने कहा कि इस विषय पर व्यावहारिक रूप से देश भर में चिंतन किया जाना चाहिए ताकि अपेक्षित परिणाम प्राप्त किए जा सके.
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कार्यशाला के दौरान लैंगिक कार्य योजना और राज्यस्थान के जयपुर में अग्निशमन कर्मचारी नीमा के जीवन पर आधारित वीडियो प्रदर्शित की गई. इस दौरान प्रदेश में युवाओं के कौशल विकास और रोजगार में लैंगिक असमानता को दूर करने पर विचार-विमर्श किया गया.