शिमला: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रविवार को प्रदेश में आपदा से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए हिमाचल पहुंचे. इस दौरान जेपी नड्डा ने प्रदेश में आई त्रासदी के लिए 200 करोड़ की राशि प्रदान करने का फैसला लिया. वहीं, सीपीआईएम नेता और ठियोग के पूर्व विधायक राकेश सिंघा ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए कहा कि प्रदेश को मदद के लिए जो पैकेज दिया जा रहा है वह केवल भ्रमित करने वाला है. उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि खुद हिमाचल से संबंध रखने वाले दिग्गज नेता जरूरत के समय मुट्ठी भर मदद कर रहे हैं.
'केवल 200 करोड़ की राशि जख्मों को कुरेदने जैसा मजाक': दरअसल, राकेश सिंघा ने कहा कि इसे राष्ट्रीय आपदा घोषित करने के लिए वह अपनी पार्टी के साथ सोमवार को राज्यपाल से मिलने राजभवन जाएंगे और राज्यपाल से आग्रह करेंगे की राष्ट्रपति को तमाम स्थिति का ब्योरा दिया जाए ताकि प्रदेश को बड़ा पैकेज मिल सके. उन्होंने कहा कि कई हजार करोड़ का नुकसान होने के बाद केवल 200 करोड़ की राशि जारी करना जख्मों को कुरेदने जैसा है.
'पूरे महीने के लिए लागू हो 1 लाख रुपये की फौरी राशि': राकेश सिंघा ने प्रदेश सरकार से कहा कि तबाह घरों के लिए मुख्यमंत्री ने जो 1 लाख रुपये की फौरी राहत की घोषणा की है वह 7 से 15 जुलाई के बीच बाढ़ प्रभावितों के लिए है. यह अच्छी बात है कि गरीब के दर्द को देखते हुए सीएम ने राहत की राशि बढ़ाई है, लेकिन इसे पूरे महीने के लिए लागू कर देना चाहिए. अभी बारिश का दौर थमा नहीं है, ऐसे में सिर्फ 1 हफ्ते के लिए यह घोषणा करना दूसरे लोगों के साथ भेदभाव होगा. उन्होंने कहा कि इस समय प्रदेश को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है. तबाही की क्या वजह है इन सब विषयों पर बाद में चर्चा करनी चाहिए.
ये भी पढ़ें: हिमाचल सरकार जो मांगेगी वो दिया जाएगा, आपदा में राजनीति के पक्ष में नहीं- जेपी नड्डा