शिमला: भाजपा सरकार के कार्यकाल में खोले गए विभिन्न जिलों में कार्यालयों को सरकार ने बंद कर दिया है जिस पर पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप भड़क गए हैं. भाजपा ने मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पर बदले की भावना से काम करने के आरोप लगाए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल की सुक्खू सरकार द्वारा बिजली बोर्ड के अनेकों दफ्तरों, जिसमें लगभग 10 इलेक्ट्रिकल डिवीजन, 6 ऑपरेशन सर्किल और 17 सब डिवीजनों को डिनोटिफाई किया गया है, इसका भाजपा कड़ा विरोध करती है. (Jairam Thakur targeted Congress)
पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि एक-एक करके सभी संस्थानों को बंद किए जाने के राज्य सरकार के फैसले पूर्ण रूप से सरकार का तानाशाही व्यवहार दिखता है. उन्होंने कहा कि यह सभी डिवीजन और सब डिवीजन उचित रूप से खोले गए थे जिसमें बोर्ड की बैठक और स्वीकृति ली गई थी. उन्होंने कहा कि सुक्खू सरकार का यह रवैया बेहद दुखदायी है. इन सभी निर्णयों का भाजपा विरोध करती है और करेगी, इसके खिलाफ भाजपा कोर्ट भी जाएगी.उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार बदले की भावना से काम कर रही है और हमारी सरकार द्वारा जितने भी जनहित के निर्णय लिए थे उस पर राजनीति कर रही है.
वहीं, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू बदले की भावना से राजनीति कर रहे हैं और यह सरकार एक के बाद एक पूर्व जितने भी निर्णय जयराम सरकार ने जनहित के लिए थे उसको पलटने का काम कर रही है. सुक्खू सरकार केवल निर्णय पलटने आई है. भाजपा इसकी घोर निंदा करती है. सुक्खू सरकार ने धर्मपुर स्थित शिवा प्रोजेक्ट का पहला कार्यालय भी बंद कर दिया और उस कार्यालय के तमाम कर्मचारियों को शिमला बुला लिया, इसी के साथ एक्सीलेंस केंद्र को भी बंद करने का कार्य किया. (Suresh Kashyap targeted Congress)
यह साफ दर्शाता है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू को जनता की कोई टेंशन नहीं है उनको केवल भाजपा के अच्छे कार्यों को पलटना है. उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में कभी ऐसा नहीं किया गया. हिमाचल प्रदेश का विकास पर ही भाजपा का फोकस रहा. आज कांग्रेस पार्टी के नेताओं के इस व्यवहार को देख जनता में भी आलोचना की चर्चाएं हैं जोकि धीरे-धीरे जगजाहिर भी हो जाएगी. इस प्रकार की सरकार ज्यादा देर चलने वाली नहीं है.
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