शिमला : कोरोना कर्फ्यू के बाद जरूरतमंद लोगों की मदद के लिए कई संस्थाएं और समाजसेवी आगे आ रहे हैं. शहर में जगह जगह राशन बांटा जा रहा है, लेकिन अब राशन बांटने से पहले संस्थाओं को एसडीएम की अनुमति लेगी होगी.
शहर के कई हिस्सों में बार-बार राशन के आवंटन को देखते हुए जिला उपायुक्त ने लोगों से एसडीएम के माध्यम से राशन बांटने की अपील की है. जिला प्रशासन ने एसडीएम को नोडल अधिकारी बनाया है और किस क्षेत्र में कितने लोगों को राशन की आवश्यकता है उसकी सूची भी हर दिन तैयार की जा रही है. संस्थाएं ओर लोग सम्बंधित एमडीएम से संपर्क कर जरूरतमंदों को राशन मुहैया करवा सकते हैं.
जिला उपायुक्त अमित कश्यप ने संकटकाल में विभिन्न सामाजिक एवं स्वयंसेवी व अन्य धार्मिक संस्थाओं द्वारा जरूरतमंदों और गरीबों को वितरित किए जा रहे पके भोजन अथवा राशन का वितरण संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम के माध्यम से करने की अपील की ताकि किसी प्रकार की दोहराव की संभावना से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि संस्थाएं एसडीएम को सूचित करने के उपरांत ही राशन वितरित करें.
डीसी ने कहा कि संस्थाएं अपने स्तर पर राशन वितरित कर रही हैं, जिसके चलते एक ही जगह पर दो या तीन से ज्यादा बार राशन बांटा जा रहा है. इसके चलते कई जरूरतमंद व्यक्ति इससे वंचित रह रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए संबंधित क्षेत्रों के एसडीएम की नोडल अधिकारी के रूप में तैनाती की गई है, जिसके पास क्षेत्र के राशन की आवश्यकता के आंकड़ें प्रतिदिन के आधार पर उपलब्ध रहते है.
बता दें कोरोना कर्फ्यू के बाद मजदूरों और गरीबों की मदद के लिए धार्मिक संस्थाओं के साथ साथ सामाजिक संगठन आगे आ रहे हैं और हर रोज शहर में राशन वितरित किया जा रहा है और कई क्षेत्रों में पका हुआ खाना बांटा जा रहा है. लेकिन कई क्षेत्रों में जरूरतमंदों को राशन नहीं मिल पा रहा है जिसको देखते हुए जिला प्रशासन ने एसडीएम के माध्यम से ही राशन देने का आग्रह किया है.