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गुरुवार को नहीं खुले प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के कपाट, ये है वजह - कालीबाड़ी मंदिर के कपाट नहीं खुले

गुरुवार को प्रदेशभर के मंदिर भक्तों के लिए खोल दिए गए, लेकिन शिमला का प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के कपाट आज भी बंद रहे. इस मंदिर को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद भी नहीं खोला गया, जिसके पीछे की वजह है कोरोना. दरअसल, यहां मंदिर कि धर्मशाला में ठहरे विधानसभा की ड्यूटी में तैनात एक सीआईडी कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आई है.

Kalibari temple
कालीबाड़ी मंदिर
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Published : Sep 10, 2020, 10:23 PM IST

शिमला: 6 महीने के लंबे अंतराल के बाद आज धार्मिक स्थलों के द्वार खुले हैं. प्रदेश के लोगों को इस दिन का काफी इंतजार था. राजधानी शिमला के लोग भी इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कब मंदिरों कपाट खुलें और वह मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएं.

आज मंदिर तो खुले, लेकिन शिमला का प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के कपाट आज भी बंद रहे. इस मंदिर को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद भी नहीं खोला गया, जिसके पीछे की वजह है कोरोना. कोविड-19 के संकट की वजह से ही प्रदेश में धार्मिकस्थलों को बंद किया गया था, लेकिन अब जब आज से यह धार्मिक स्थल खोले जाने थे और मंदिरों को दर्शनों के लिए खोला जाना था.

इस से पहले कि लोग कालीबाड़ी मंदिर ने माता रानी के दर्शनों के लिए आते उस से पहले ही कोरोना ने मंदिर परिसर में प्रवेश कर लिया. कालीबाड़ी मंदिर कि धर्मशाला में ठहरे विधानसभा की ड्यूटी में तैनात एक सीआईडी कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने का बाद आज मंदिर तय शेड्यूल और एसओपी के तहत नहीं खुल पाया.

वीडियो.

मंदिर कमेटी ने एतिहात बरतने के लिए ओर मंदिर खुलने पर मंदिर आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया है कि फिलहाल मंदिर को बंद ही रखा जाए. यही वजह है की आज अन्य मंदिर तो शिमला में खुले लेकिन कालीबाड़ी मंदिर को आज भक्तों के लिए नहीं खोला गया.

मंदिर के गेट के बाहर ही लोगों को सूचित करने के लिए यह संदेश लगाया गया की किन्ही कारणों के चलते अभी कुछ समय तक कालीबाड़ी मंदिर के द्वार नहीं खोले जाएंगे और लोग मंदिर में आ कर मां काली के दर्शन नहीं कर पाएंगे.

Kalibari temple
कालीबाड़ी मंदिर.

हालांकि मंदिरों के खुलने की सूचना लोगों को थी तो वह इसी उम्मीद से कालीबाड़ी मंदिर आए जिससे कि वह 6 माह के बाद माता रानी के दर्शन कर सके, लेकिन यहां आ कर उन्हें निराशा ही मिली और उन्हें गेट पर ही माथा टेक कर वापिसी करनी पड़ी.

मंदिर को खोलने को लेकर सभी तरह की तैयारियां कालीबाड़ी मंदिर कमेटी की ओर से कर ली गयी थी. मंदिर में एसओपी के तहत सभी प्रावधान किए गए थे, लेकिन ये सभी तैयारियां धरि की धरी रह गयी. मंदिर में जहां सेनिटाजेशन को लेकर उचित प्रबंध था तो वहीं, हाथ धोने और थर्मल स्केनिंग का भी प्रावधान कियागया था.

इसके साथ ही मंदिर में प्रवेश करने और दर्शन करने पर वापसी के लिए अलग रास्ते का प्रबंध किया गया था. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मंदिर परिसर में घंटियों को भी कपड़े से बांध दिया गया था. इंतेजाम तो एसओपी के तहत पूरे थे लेकिन कोरोना की वजह से मंदिर का खुल पाना संभव नहीं हो पाया.

अब यह मंदिर कब खुलेगा ओर कब भक्त कालीबाड़ी मंदिर में आ कर माता रानी के दर्शन कर पाएंगे इसे लेकर स्थिति अभी असमंजस भरी बनी हुई है. बंद गेट पर ही माथा टेक कर वापिस लौटे लोगकालीबाड़ी मंदिर शिमला का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है.

इस मंदिर को लेकर लोगों की काफी श्रद्धा और आस्था है. यही वजह है कि आज अगर यह मंदिर खुलता तो यहां सबसे अधिक भीड़ होती लेकिन मंदिर नहीं खुला तो दर्शनों के लिए मंदिर पहुचें लोगों ने मंदिर के प्रवेश गेट पर ही माथा टेका ओर कुछ एक भक्त तो कुछ समय के लिए मंदिर गेट के बाहर बैठे रहे. मंदिर ना खुलने से लोगों के चेहरे पर निराशा साफ दिख रही थी.

शिमला: 6 महीने के लंबे अंतराल के बाद आज धार्मिक स्थलों के द्वार खुले हैं. प्रदेश के लोगों को इस दिन का काफी इंतजार था. राजधानी शिमला के लोग भी इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कब मंदिरों कपाट खुलें और वह मंदिर में दर्शन करने के लिए जाएं.

आज मंदिर तो खुले, लेकिन शिमला का प्रसिद्ध कालीबाड़ी मंदिर के कपाट आज भी बंद रहे. इस मंदिर को सरकार की मंजूरी मिलने के बाद भी नहीं खोला गया, जिसके पीछे की वजह है कोरोना. कोविड-19 के संकट की वजह से ही प्रदेश में धार्मिकस्थलों को बंद किया गया था, लेकिन अब जब आज से यह धार्मिक स्थल खोले जाने थे और मंदिरों को दर्शनों के लिए खोला जाना था.

इस से पहले कि लोग कालीबाड़ी मंदिर ने माता रानी के दर्शनों के लिए आते उस से पहले ही कोरोना ने मंदिर परिसर में प्रवेश कर लिया. कालीबाड़ी मंदिर कि धर्मशाला में ठहरे विधानसभा की ड्यूटी में तैनात एक सीआईडी कर्मचारी के कोरोना पॉजिटिव आने का बाद आज मंदिर तय शेड्यूल और एसओपी के तहत नहीं खुल पाया.

वीडियो.

मंदिर कमेटी ने एतिहात बरतने के लिए ओर मंदिर खुलने पर मंदिर आने वाले भक्तों की संख्या को देखते हुए यह फैसला लिया है कि फिलहाल मंदिर को बंद ही रखा जाए. यही वजह है की आज अन्य मंदिर तो शिमला में खुले लेकिन कालीबाड़ी मंदिर को आज भक्तों के लिए नहीं खोला गया.

मंदिर के गेट के बाहर ही लोगों को सूचित करने के लिए यह संदेश लगाया गया की किन्ही कारणों के चलते अभी कुछ समय तक कालीबाड़ी मंदिर के द्वार नहीं खोले जाएंगे और लोग मंदिर में आ कर मां काली के दर्शन नहीं कर पाएंगे.

Kalibari temple
कालीबाड़ी मंदिर.

हालांकि मंदिरों के खुलने की सूचना लोगों को थी तो वह इसी उम्मीद से कालीबाड़ी मंदिर आए जिससे कि वह 6 माह के बाद माता रानी के दर्शन कर सके, लेकिन यहां आ कर उन्हें निराशा ही मिली और उन्हें गेट पर ही माथा टेक कर वापिसी करनी पड़ी.

मंदिर को खोलने को लेकर सभी तरह की तैयारियां कालीबाड़ी मंदिर कमेटी की ओर से कर ली गयी थी. मंदिर में एसओपी के तहत सभी प्रावधान किए गए थे, लेकिन ये सभी तैयारियां धरि की धरी रह गयी. मंदिर में जहां सेनिटाजेशन को लेकर उचित प्रबंध था तो वहीं, हाथ धोने और थर्मल स्केनिंग का भी प्रावधान कियागया था.

इसके साथ ही मंदिर में प्रवेश करने और दर्शन करने पर वापसी के लिए अलग रास्ते का प्रबंध किया गया था. सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मंदिर परिसर में घंटियों को भी कपड़े से बांध दिया गया था. इंतेजाम तो एसओपी के तहत पूरे थे लेकिन कोरोना की वजह से मंदिर का खुल पाना संभव नहीं हो पाया.

अब यह मंदिर कब खुलेगा ओर कब भक्त कालीबाड़ी मंदिर में आ कर माता रानी के दर्शन कर पाएंगे इसे लेकर स्थिति अभी असमंजस भरी बनी हुई है. बंद गेट पर ही माथा टेक कर वापिस लौटे लोगकालीबाड़ी मंदिर शिमला का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है.

इस मंदिर को लेकर लोगों की काफी श्रद्धा और आस्था है. यही वजह है कि आज अगर यह मंदिर खुलता तो यहां सबसे अधिक भीड़ होती लेकिन मंदिर नहीं खुला तो दर्शनों के लिए मंदिर पहुचें लोगों ने मंदिर के प्रवेश गेट पर ही माथा टेका ओर कुछ एक भक्त तो कुछ समय के लिए मंदिर गेट के बाहर बैठे रहे. मंदिर ना खुलने से लोगों के चेहरे पर निराशा साफ दिख रही थी.

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