शिमलाः डेंटल कॉलेज में शनिवार को मनाया गया, जिसमें प्रतियोगिता का आयोजन हुआ. हर साल यह रिज मैदान पर मनाया जाता है, लेकिन कोरोना के चलते बीते साल भी यह नहीं मनाया गया. वहीं, इस वर्ष इसे अस्पताल में ही मनाया गया, जिसमें कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भाग लिया. इस प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय और तीसरे स्थान पर आने वाले छात्रों को अस्पताल प्रशासन द्वारा सम्मानित किया गया. यह दिवस आर अहमद जो कि पश्चिम बंगाल के पहले हैल्थ मिनिस्टर थे उनके द्वारा शुरू किया गया.
गौर रहे कि यह दिवस लोगों को दांतों के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल मनाया जाता है, जिससे कि सभी लोगों को दांतों में दर्द के प्रति होने वाली गंभीर समस्याओं का समय से पता चल सके और वह जल्द ही इसका उपचार आदि भी करवा सकें.
हर साल शिमला के रिज मैदान पर लगाया जाता कैंप
डेंटिस्ट डे पर हर साल शिमला के रिज मैदान पर कैंप भी लगाया जाता था, जिसके माध्यम से लोगों का इलाज भी किया जाता था, तो साथ ही लोगों को दांतों की छोटी छोटी बीमारियों से होने वाली गंभीर समस्या बारे भी चिकित्सकों द्वारा परामर्श दिया जाता था. इस साल कॉलेज में छात्र-छात्राओं से क्विज प्रतियोगिता करवाई गई. साथ ही सभी को प्रोत्साहन हेतू सम्मानित भी किया गया.
पब्लिक हेल्थ डेंटिस्ट्री विभाग के एचओडी डॉ. विनय भारद्वाज ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पहले स्वास्थ्य मंत्री आर अहमद ने इस डेंटिस्ट डे को मनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था. गौर रहे कि देश का पहला डेंटल कॉलेज भी कोलकत्ता में ही है, जो कि आर अहमद डेंटल कॉलेज है. इन्होंने देश में आईडीए और डेंटिस्ट डे को शुरू करने में अपना योगदान दिया, इस दिन को इन्हीं के स्मरण में मनाया जाता है.
डेंटल कॉलेज में डेंटिस्ट डे मनाया गया. इस दौरान कॉलेज के छात्र-छात्राओं से प्रतियोगिता करवाई गई, जिसमें प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वालों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया.
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