शिमला: हिमाचल प्रदेश में बीते दिनों ओलावृष्टि, भारी बारिश और आंधी तूफान के कारण किसानों व बागवानों की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. माकपा नेता संजय चौहान ने हिमाचल सरकार से मांग की है कि किसानों व बागवानों के इस नुकसान का जायजा लेकर उन्हें जल्द मुआवजा दिया जाना चाहिए.
संजय चौहान ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगभग पूरे प्रदेश में खराब मौसम के चलते किसानों व बागवानों का अनाज, सेब, गुठलीदार फल, चेरी, आम और बेमौसमी सब्जियों में मटर, टमाटर, गोभी व अन्य सब्जियों को भारी क्षति हुई है.
अभी तक लगभग 700 करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान किसानों व बागवानों को मौसम के कारण के कारण हो चुका है, लेकिन सरकार ने कोई भी राहत अभी तक किसानों व बागवानों को नहीं दी है.
इसके अलावा कोरोना संकट में सरकार किसानों व बागवानों को खाद, बीज, फफूंदीनाशक, कीटनाशक उपलब्ध नहीं करवा रही है. जिससे किसान व बागवान इस संकट के दौर में बाजार से महंगा सामान खरीदने के लिए मजबूर हो गया हैं.
पिछले दो दिनों में भारी ओलावृष्टि व आंधी तूफान के कारण शिमला जिला के रोहड़ू, जुब्बल, कोटखाई, टिककर, ठियोग, चौपाल, रामपुर, कोटगढ़, कुमारसैन, ननखड़ी, कुल्लू जिला के आनी, निरमंड, किन्नौर व मंडी जिला के सेराज, करसोग जैसे क्षेत्रों में सेब व अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
आज किसान व बागवान लॉकडाउन के कारण पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है और इस ओलावृष्टि, वर्षा व आंधी तूफान ने किसानों व बागवानों की आर्थिक रूप से कमर तोड़ दी है
संजय चौहान ने कहा कि किसानों व बागवानों के कर्ज को माफ कर सरकार उन्हें तुरन्त राहत प्रदान करे, यदि सरकार इस संकट की घड़ी में किसानों व बागवानों की राहत नहीं प्रदान करती है, तो इनका आर्थिक संकट और बढ़ेगा, जिस वजह से प्रदेश की कृषि व बागवानी का क्षेत्र बर्बाद हो सकता है.
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