शिमला: राजधानी शिमला में पानी का संकट खड़ा हो (water crisis in Shimla) गया है. शहर में लोगों को चौथे दिन पानी की सप्लाई दी जा रही है. जहां एक तरफ लोग पानी के लिए एक तरस रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ नगर निगम रिज मैदान को पानी से धोने का काम कर रहा है. निगम हजारों लीटर पानी रिज की सफाई में बहा रहा है. मंगलवार को रिज मैदान पर पानी के टैंकर लाकर रिज मैदान की साफ-सफाई की गई. अब इस पर कांग्रेस के पार्षदों ने सवाल खड़े किए हैं. पार्षदों का आरोप है कि एक तरफ शहर में पानी का संकट खड़ा हो गया है और दूसरी तरफ निगम रिज मैदान की सफाई में पानी बर्बाद कर रहा है.
कांग्रेस पार्षद इंद्रजीत सिंह (Congress Councilor Inderjeet Singh) ने कहा कि रिज के साथ लगते लोअर बाजार वार्ड में लोगों को तीसरे दिन पानी दिया जा रहा है. जल निगम द्वारा 3 अप्रैल से नियमित रूप से पानी देने का वादा किया गया था. लेकिन अभी भी शहर में लोगों को तीसरे से चौथे दिन ही पानी की सप्लाई दी जा रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ शहर में पानी का संकट खड़ा हो गया है और दूसरी तरफ नगर निगम रिज मैदान को पानी से धोने का काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि निगम रिज की सफाई कभी भी कर सकता है, लेकिन पहले शहर के लोगों को प्राथमिकता के आधार पर पानी की सप्लाई की जाए.
उन्होंने कहा कि नगर निगम और जल निगम (Water supply issue in shimla) लोगों को पानी मुहैया करवाने में पूरी तरह से विफल साबित हुआ है. मार्च महीने में ही शिमला शहर में पानी का संकट खड़ा हो गया था और अभी भी शहर में नियमित रूप से लोगों को पानी की सप्लाई नहीं दी जा रही है. जिससे लोग परेशान हैं. बता दें कि शिमला शहर में इस बार मार्च महीने से ही पानी का संकट खड़ा हो गया और लोगों को तीसरे दिन पानी दिया जा रहा है. जल निगम का तर्क है कि गुम्मा परियोजना में बिजली ट्रांसफार्मर के कार्य के चलते पंपिंग प्रभावित हो रही है. जिसके चलते लोगों को दूसरे से तीसरे दिन पानी दिया जा रहा है.