शिमला: हिमाचल प्रदेश में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य सरकार आने वाले समय में और कड़े फैसले ले सकती है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने इसके संकेत दिए हैं. शिमला में मीडिया से बातचीत में सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि हाई वायरस लोड वाले राज्यों से आ रहे सैलानियों और प्रदेश वासियों के लिए कोरोना की टेस्ट रिपोर्ट अनिवार्य की गई है. इसके साथ ही आने वाले समय में कुछ और सख्त कदम उठाए जाएंगे.
हालांकि, सीएम ने इशारों ही इशारों में लॉकडाउन जैसी स्थितियों से इनकार किया. उन्होंने कहा कि पर्यटन की गतिविधियों को एकदम से रोकना सही नहीं है. प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों को भी देखना जरूरी है. स्कूल-कॉलेज को लेकर सरकार ने पहले ही फैसला लिया है. आगे समय-समय पर कोविड की स्थिति की समीक्षा की जाएगी.
प्रदेश वासियों को दी जाएगी प्राथमिकता
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार लगातार स्थितियों पर नजर रखे हुए है. सैलानियों के लिए होटल मालिकों को पहले ही एसओपी का पालन सुनिश्चित करने को कहा है. इसके अलावा बाहर से वापिस अपने राज्य आने वाले लोगों को भी चाहिए कि वह निश्चित अवधि के लिए खुद को होम आइसोलेशन में रखें और तय समय पूरा होने पर ही बाहर निकलें. सीएम ने कहा कि जहां तक वैक्सीनेशन का सवाल है पहले प्रदेश वासियों को प्राथमिकता दी जाएगी. बाहर से आने वाले सैलानियों को अपने ही गृह राज्य में वैक्सीन लगवानी चाहिए.
जनता से सरकार का सहयोग करने की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल के मुकाबले केस भी अधिक हैं और संक्रमितों की मौत का आंकड़ा भी बढ़ा है. उन्होंने प्रदेश की जनता से सरकार का सहयोग करने की अपील की. माना जा रहा है कि सरकार आने वाले समय में उन इलाकों में कड़े प्रतिबंध लगाएगी जहां केस अधिक आ रहे हैं. कंटेनमेंट जोन वाले इलाकों में सभी तरह की सामान्य गतिविधियों पर पाबंदी लगाई जा सकती है. प्रशासन वहां नियमित मॉनिटरिंग की व्यवस्था करेगा.
ये भी पढ़ें: राजस्थान से सिरमौर पहुंचाई थी चूरापोस्त की बड़ी खेप, अब पुलिस के निशाने पर लोकल नेटवर्क