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IGMC Shimla Dispute: आईजीएमसी में 34 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकालने पर बवाल, सीटू ने डीसी ऑफिस के बाहर किया प्रदर्शन

आईजीएमसी शिमला में 34 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकालने के बाद सीटू ने रविवार को डीसी ऑफिस के बाहर जमकर धरना- प्रदर्शन किया. वहीं, अस्पताल प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर नौकरी से निकाले गए कर्मियों को 5 दिन के भीतर वापस नौकरी पर न रखा गया तो आंदोलन तेज होगा. पढ़ें पूरी खबर.. (IGMC Shimla Dispute) (IGMC Security Job Dismissal )

CITU protest outside DC office in shimla
आईजीएमसी में 34 सुरक्षा कर्मियों को नौकरी से निकालने पर सीटू का प्रदर्शन
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Oct 1, 2023, 6:54 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी से 34 सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकालने के खिलाफ सीटू ने रविवार को डीसी ऑफिस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा और यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने का फैसला गैर कानूनी है. अगर समय से नियुक्ति नहीं हुई तो आईजीएमसी में हड़ताल की जाएगी.

दरअसल, सीटू यूनियन ने कहा कि आईजीएमसी में सुरक्षाकर्मियों की मानसिक प्रताड़ना की जा रही है. ठेकेदार बदलने पर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है. यूनियन से आईजीएमसी प्रबंधन द्वारा किए गए समझौते और औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एच का खुला उल्लंघन है. यूनियन ने कहा कि आईजीएमसी प्रबन्धन भी नए ठेकेदार के साथ मिलकर श्रम कानूनों की खुली अवहेलना कर रहा है. बीते कई सालों से कार्यरत सुरक्षाकर्मियों की पुनर्नियुक्ति में श्रम कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है. यूनियन ने कहा कि नई आउटसोर्स कंपनी द्वारा जो शपथ पत्र सुरक्षाकर्मियों से लिया जा रहा है, उसमें अनुचित श्रम व्यवहार किया जा रहा है.

बता दें, आईजीएमसी में सुरक्षाकर्मियों और प्रशासन के बीच का विवाद काफी लंबे समय से चल रहा था. सुरक्षा कर्मियों को समय पर वेतन न मिलने के कारण वह अपनी मांग समय-समय पर उठते रहते थे. वहीं, अन्य शोषण के खिलाफ भी सुरक्षा गार्ड्स ने आवाज उठाई थी इसी दौरान कंपनी का नया टेंडर हो गया और नई कंपनी ने 34 गार्ड को निकाल दिया, जो कि पिछले 15 सालों से कंपनी में सेवाएं दे रहे थे. इसके विरोध में सभी सुरक्षा गार्ड खड़े हुए और और प्रशासन का जमकर विरोध किया. यही नहीं आने वाले समय में भी एक बड़ा आंदोलन एजेंसी में चलने की चेतावनी दी गई है

ये भी पढ़ें: IGMC Shimla Dispute: आईजीएमसी शिमला के सिक्योरिटी गार्ड्स और अस्पताल प्रशासन में बढ़ा विवाद, 24 सुरक्षाकर्मियों को निकाला बाहर

शिमला: हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी से 34 सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से निकालने के खिलाफ सीटू ने रविवार को डीसी ऑफिस के बाहर जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान सीटू प्रदेशाध्यक्ष विजेंद्र मेहरा और यूनियन अध्यक्ष देवराज बबलू ने कहा कि सुरक्षाकर्मियों को नौकरी से बाहर निकालने का फैसला गैर कानूनी है. अगर समय से नियुक्ति नहीं हुई तो आईजीएमसी में हड़ताल की जाएगी.

दरअसल, सीटू यूनियन ने कहा कि आईजीएमसी में सुरक्षाकर्मियों की मानसिक प्रताड़ना की जा रही है. ठेकेदार बदलने पर उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है. यूनियन से आईजीएमसी प्रबंधन द्वारा किए गए समझौते और औद्योगिक विवाद अधिनियम की धारा 25 एच का खुला उल्लंघन है. यूनियन ने कहा कि आईजीएमसी प्रबन्धन भी नए ठेकेदार के साथ मिलकर श्रम कानूनों की खुली अवहेलना कर रहा है. बीते कई सालों से कार्यरत सुरक्षाकर्मियों की पुनर्नियुक्ति में श्रम कानूनों का उल्लंघन किया जा रहा है. यूनियन ने कहा कि नई आउटसोर्स कंपनी द्वारा जो शपथ पत्र सुरक्षाकर्मियों से लिया जा रहा है, उसमें अनुचित श्रम व्यवहार किया जा रहा है.

बता दें, आईजीएमसी में सुरक्षाकर्मियों और प्रशासन के बीच का विवाद काफी लंबे समय से चल रहा था. सुरक्षा कर्मियों को समय पर वेतन न मिलने के कारण वह अपनी मांग समय-समय पर उठते रहते थे. वहीं, अन्य शोषण के खिलाफ भी सुरक्षा गार्ड्स ने आवाज उठाई थी इसी दौरान कंपनी का नया टेंडर हो गया और नई कंपनी ने 34 गार्ड को निकाल दिया, जो कि पिछले 15 सालों से कंपनी में सेवाएं दे रहे थे. इसके विरोध में सभी सुरक्षा गार्ड खड़े हुए और और प्रशासन का जमकर विरोध किया. यही नहीं आने वाले समय में भी एक बड़ा आंदोलन एजेंसी में चलने की चेतावनी दी गई है

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