शिमला: आईजीएमसी के डॉक्टर्स पर लापरवाही के आरोप लगे हैं. पिछले छह दिनों से आइजीएमसी में दाखिल मुन्नी देवी के बेटे ने डॉक्टर्स पर ऑपरेशन के दौरान गड़बड़ी के आरोप लगाए हैं.
दरअसल, पेट में पानी भर जाने से बीते दो मार्च को जुब्बल की 48 वर्षीय मुन्नी देवी को इलाज के लिए आईजीएमसी भर्ती करवाया गया. डॉक्टरों ने मुन्नी देवी के पेट से पानी निकालने के लिए ऑपरेशन कर दिया और मरीज को सात मार्च को छुट्टी कर दी. डॉक्टर्स ने महिला को 28 दिन बाद फिर से चेकअप कराने को कहा. महिला कुछ दिनों तक ठीक रही, लेकिन बीते छह जून को महिला के पेट में अचानक दर्द हुआ. इसपर परिजन तुरंत महिला को देहरादून के निजी अस्पताल में ले गए, जहां पता चला कि महिला के पेट मे फिर से इन्फेक्शन हो गया है.
अब छह दिन से मुन्नी देवी आइजीएमसी मे दाखिल है. महिला के बेटे दिनेश का आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान उनके पेट मे गड़बड़ी हुई है, जिससे महिला को यह समस्या हुई है. दिनेश का कहना है कि ऑपरेशन के दौरान कुछ चीज महिला के पेट में छूट गई थी, जिससे अब इन्फेक्शन हो गया है. महिला को पीजीआई के डॉक्टर्स ने वापिस आइजीएमसी रेफर कर दिया है.
दिनेश का आरोप है कि चिकित्सक आते हैं और कागजी करवाई करने के बाद वापिस चले जाते हैं और इलाज नहीं करते. अस्पताल के एमएस के पास शिकायत करने के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया गया. मामले में अस्प्ताल के एमएस डॉ. जनक राज ने बताया कि परिजन उनके पास आये थे .महिला के आंत में इन्फेक्शन होने से पस पड़ गई है. पस को सुखाने के बाद बीमारी तुरंत पकड़ में आ जाएगी और इलाज किया जाएगा.