शिमला: हिमाचल विधानसभा चुनाव 2022 में शिमला शहरी सीट (Shimla Urban Seat) से बीजेपी के प्रत्याशी संजय सूद ने एक जनसपर्क अभियान के दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को अपने हाथों से बनाई चाय पिलाई. संजय सूद ओल्ड बस स्टैंड पर एक चाय की दुकान चलाते हैं. भाजपा ने अबकी बार उनको शिमला शहरी सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है. (BJP candidate Sanjay Sood ) (Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami)
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संजय सूद ने पुष्कर सिंह धामी को पिलायी चाय: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार को शिमला पहुंचे. यहां वह संजय सूद के लिए निकाले गए जनसंपर्क अभियान में शामिल हुए. उन्होंने शहरी सीट से पार्टी प्रत्याशी संजय सूद के लिए जनसंपर्क अभियान के दौरान वोट मांगे. उन्होंने सीटीओ चौक, मॉलरोड, शेरे पंजाब, लोअर बाजार, राम बाजार होते हुए राम मंदिर तक जनसंपर्क एवं डोर टू डोर कैंपेन कर संजय सूद के पक्ष में वोट करने की अपील की. इसी दौरान संजय सूद ने पुराने बस स्टैंड पर अपने ढाबे में पुष्कर सिंह धामी को अपने हाथों की बनी चाय पिलाई.
इस मौके पर पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि शिमला की देवतुल्य जनता से उनको और भाजपा को अपार स्नेह और समर्थन मिला है. यह परिलक्षित कर रहा है कि हिमाचल में प्रचंड बहुमत के साथ भाजपा को दोबारा सता में आना तय है.
मैदान में सात उम्मीदवार : शिमला शहरी सीट से अबकी बार सात उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, यहां से कांग्रेस से हरीश जनारथा, बीजेपी से संजय सूद, माकपा से टिकेंद्र पंवर, आप से चमन राकेश, बीएसपी के राकेश कुमार गिल, राष्ट्रीय देवभूमि पार्टी से कल्याण सिंह और निर्दलीय अभिषेक बारोवारिया भी जूनाती मैदान में हैं. हालांकि, यहां पर मुकबला तीन दलों कांग्रेस, भाजपा और माकपा के बीच ही माना जा रहा है. (himachal assembly election 2022) (Congress candidate Harish Janartha)
शिमला विधानसभा सीट पर भाजपा ने नए उम्मीदवार संजय सूद को टिकट दिया है, जो कि पार्टी में कोषाध्यक्ष रहे हैं और नगर निगम के एक बार निवार्चित और एक बार मनोनीत पार्षद रहे हैं. तो वहीं, कांग्रेस ने यहां से पर्यटन निगम के पूर्व उपाध्यक्ष एवं पूर्व डिप्टी मेयर हरीश जनारथा को चुनावी मैदान में उतारा है. जनारथा यहां से दो बार चुनाव लड़ चुके हैं. साल 2012 में हरीश जनारथा यहां से पार्टी टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं, तब वह सुरेश भारद्वाज से मात्र 628 वोटों से हार गए थे.साल 2017 में कांग्रेस ने पूर्व विधायक हरभजन सिंह भज्जी को टिकट दिया, तो जनारथा बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े. इन चुनाव में सुरेश भारद्वाज को 14,012 वोट मिले और 12109 वोटों के साथ हरीश जनारथा दूसरे स्थान पर रहे थे. हालांकि, हरभजन सिंह भज्जी को मात्र 2680 वोट ही मिल पाए थे.
2007 से लगातार भाजपा जीत रही है शिमला शहरी सीट: शिमला शहरी विधानसभा क्षेत्र पहले शिमला के नाम से ही जाना था. परिसीमन के बाद इसको शिमला शहरी और शिमला ग्रामीण दो क्षेत्रों में बांट दिया गया. शिमला शहरी में नगर निगम के शिमला के पुराने 18 वार्ड शामिल हैं. 2007 से लगातार इस सीट पर भाजपा विजय हो रही है. भाजपा के वर्तमान विधायक एवं शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज 2007 से यहां लगातार तीन बार जीत चुके हैं. कांग्रेस की आपसी लड़ाई भी भाजपा की जीत को यहां आसान बनाती रही है. अबकी बार यहां से सुरेश भारद्वाज कसुम्पटी क्षेत्र चले गए हैं और वहां से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे राजनीतिक समीकरण भी यहां बदले हैं.
चाय की दुकान चलाते हैं संजय सूद: साधारण पृष्ठभूमि से संबंध रखने वाले संजय सूद की शिमला के ओल्ड बस स्टैंड पर चाय की दुकान है. बीजेपी का टिकट मिलने के बाद लोग उनकी तुलना पीएम मोदी से कर रहे हैं.
कैबिनेट मंत्री का टिकट चायवाले को मिला- संजय सूद को टिकट मिलना अगर किसी को हैरान करता है तो उससे भी दिलचस्प बात ये है कि संजय सूद को बीजेपी ने कैबिनेट मंत्री पर तरजीह दी है. दरअसल शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज शिमला शहरी सीट से मौजूदा विधायक हैं. इस बार बीजेपी ने उनकी सीट बदलकर शिमला जिले की कसुम्पटी सीट से टिकट दिया है. गौरतलब है कि सुरेश भारद्वाज साल 2007 से लगातार शिमला शहरी सीट से चुनाव जीत रहे हैं. (BJP ticket to tea seller Sanjay sood)