शिमला: धर्मशाला इन्वेस्टर्स मीट के बाद प्रदेश सरकार ने 15 हजार करोड़ के नए एमओयू किए हैं. उद्योग विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि 703 एमओयू से 96,720 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है. ग्लोबल इन्वेस्टर्स मीट पूरी तरह सफल रही तो प्रदेश सरकार का दावा है कि सूबे के दो लाख युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.
उद्योग विभाग के प्रवक्ता ने बताया कि एग्री बिजनेस खाद्य प्रसंस्करण और पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलॉजी में 309.55 करोड़ रुपये के नौ एमओयू, निर्माण एवं फार्मास्यूटिकल में 17063.22 करोड़ रुपये के 250 एमओयू, पर्यटन, आतिथ्य सत्कार एवं नागरिक उड्डयन क्षेत्र में 16559.94 करोड़ रुपये के 225 एमओयू, हाइड्रो एवं नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 34112 करोड़ रुपये के 18 एमओयू शामिल हैं.
अरोग्य, स्वास्थ्य देखभाल एवं आयुष क्षेत्र में 1901.75 करोड़ रुपये के 50 एमओयू, आवास शहरी विकास एवं परिवहन क्षेत्र में 21740.36 करोड़ रुपये के 76 एमओयू, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में 2833.21 करोड़ रुपये के 14 एमओयू, शिक्षा एवं कौशल विकास क्षेत्र में 2034.85 करोड़ रुपये के 57 एमओयू तथा अन्य क्षेत्रों में 166 करोड़ रुपये के चार एमओयू शामिल हैं.
प्रवक्ता ने कहा कि इन समझौता ज्ञापनों के माध्यम से 1,96,800 लोगों को रोजगार प्रदान करना प्रस्तावित है. प्रवक्ता ने कहा कि इन सभी समझौता ज्ञापनों की जांच और छंटनी पूरे एहतियात के साथ की गई है. जिन कंपनियों ने दो-दो आवेदन किए हैं, उनको अलग-अलग उपक्रमों के लिए अलग निवेश की राशि के साथ हस्ताक्षरित किया गया है. ये उपक्रम अलग स्थानों पर स्थापित किए जाने प्रस्तावित हैं.
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