शिमला: कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सदस्यता रद्द करने पर युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन में हिस्सा न लेने पर हिमाचल के कुल 112 पदाधिकारियों को पद मुक्त कर दिया था. लेकिन अब उन्हें आपका पक्ष रखने का मौका दिया गया है. अगले दस दिन में युवा कांग्रेस के हिमाचल प्रभारी सहित अन्य नेता शिमला में बैठक करेंगे. इसमें कार्य मुक्त किए गए नेताओं को एक मौका दिया जाएगा.
यदि कोई मेडिकल या न्यायालय से जुड़े किसी कार्य के चलते दिल्ली धरने में नहीं पहुंच पाया होगा, तो उन्हें पद मुक्त करने का फैसला वापस लिया जा सकता है. हिमाचल युवा कांग्रेस के प्रभारी अमृतप्रीत लाली ने कहा कि दिल्ली में ज्वलंत मुद्दों पर धरना प्रदर्शन किए जा रहे थे, लेकिन हिमाचल युवा कांग्रेस के अधिकतर पदाधिकारी इस प्रदर्शन में नहीं पहुंचे हैं. जिसके चलते ये कार्रवाई की गई है, लेकिन इन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाएगा. शिमला में बैठक में चर्चा के दौरान सही कारण पाए जाने बाद ही इन्हें राहत दी जा सकेगी.
बता दें कि वीरवार को अखिल भारतीय युवा कांग्रेस ने हिमाचल युवा कांग्रेस के 112 पदाधिकारियों को उनकी जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया है. इनमें प्रदेश कार्यकारिणी से लेकर जिला के पदाधिकारी शामिल हैं. युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व की तरफ से जारी पत्र में स्पष्ट किया गया है कि पिछले दिनों दिल्ली में ज्वलंत मुद्दे पर धरने प्रदर्शन का आयोजन किया था, लेकिन उसमें प्रदेश से 112 पदाधिकारियों ने भाग नहीं लिया. ऐसे में संगठन से सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारियों से मुक्त करने का निर्णया लिया है.
संगठन ने जिन पदाधिकारियों को जिम्मेदारियों से मुक्त किया है, इनमें प्रदेश युवा कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष यदुपति ठाकुर सहित राज्य कार्यकारिणी के 55 पदाधिकारी शामिल हैं. वहीं, जिला कार्यकारिणी के 57 पदाधिकारी शामिल हैं. इनमें कांगड़ा के 21, हमीरपुर के 5, सोलन के 3, चंबा के 4, ऊना के 5, मंडी के 8, कुल्लू के 3, बिलासपुर के 5, सिरमौर 2 पदाधिकारी भारमुक्त किए गए हैं.
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