मंडी: जिला मंडी में प्रदेश के थोक दवा विक्रेता संघ की बैठक का आयोजन किया गया. बैठक की अध्यक्षता संघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रमोद कौशल ने की. बैठक में प्रदेश के थोक दवा विक्रेताओं ने दवा निर्माता कंपनियों से जीएसटी लागू होने से पहले के स्टॉक पर लगे जीएसटी का भुगतान करने की मांग उठाई.
बैठक में शिमला, मंडी, कुल्लू और बिलासपुर जिलों से करीब 30 थोक दवा विक्रेताओं ने भाग लिया. संघ के प्रदेशाध्यक्ष प्रमोद कौशल ने बताया कि देश भर में जीएसटी लागू होने के समय थोक दवा विक्रेताओं के पास पुराना स्टॉक भी पड़ा हुआ था.
दवा निर्माता कंपनियों ने आश्वस्त किया था कि पुराने स्टॉक पर जो भी जीएसटी लगेगा कंपनी की तरफ से उसका पूरा भुगतान किया जाएगा. उन्होंने बताया कि बहुत सी कंपनियों ने पुराने स्टॉक पर जीएसटी का भुगतान कर दिया है, लेकिन कुछ कंपनियां ऐसी हैं जो अभी तक भुगतान नहीं कर पाई हैं.
इन कंपनियों के पास दवा विक्रेताओं के लाखों रुपये फंसे हुए है. प्रमोद कौशल ने बताया कि इस बारे में कंपनियों के साथ बात चल रही है, लेकिन निर्णय न होने की स्थिति में संघ कंपनियों के प्रति कड़ा रुख अपना सकता है.
प्रदेश के संगठन सचिव नवनीत तरेजा ने बताया कि मंडी में आयोजित बैठक में थोक दवा विक्रेताओं को जीएसटी से संबंधित समस्याओं पर चर्चा की गई. उन्होंने कहा कि विक्रेताओं को जीएसटी की बारीकियों के बारे में बताया गया और उनकी छोटी परेशानियों का मौके पर ही समाधान किया गया. उन्होंने बताया कि जल्द ही संघ की अगली बैठक आयोजित करके आगामी रूपरेखा तैयार की जाएगी.