मंडी: जिला के उपमंडल सरकाघाट के प्रसिद्ध प्राचीन शक्तिपीठ नौबाही देवी मंदिर में चारों ओर अव्यवस्था का आलम है. इससे प्रदेश सरकार का मंदिरों व धरोहरों को सहेजने के प्रति गंभीरता जगजाहिर हो गई है. मंदिर की छत से लगातार पानी टपकता है. इससे प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से शीश नवाने आए भक्तों में प्रदेश सरकार व मंदिर प्रबंधन के प्रति रोष देखने को मिलता है.
मंदिर परिसर में बने राधाकृष्ण मंदिर के दान पात्र पर भी छत से पानी टपक रहा है. हैरानी इस बात की है कि मंदिर प्रबंधन ने दान पात्र को छुपाने के लिए उस पर प्लास्टिक का लिफाफा लगा रखा है. वहीं, मंदिर परिसर में बने दो कमरों में दरारें भी पड़ गई हैं. इसके कारण यह कमरे कभी भी गिर कर जान-माल का नुकसान कर सकते हैं.
बता दें कि नौबाही माता का मंदिर पिछले 12 सालों से सरकार द्वारा अधिगृहित कर प्रशासन की देख-रेख में है. सावन मास, नवरात्र और त्योहारों में हजारों लोग मंदिर में मत्था टेकने आते हैं. मंदिर अधिकारी तहसीलदार सरकाघाट द्वारा स्थानीय लोगों की समिति बनाई है, जो प्रशासन को समय-समय पर मंदिर में निर्माण कार्य करने, साज सज्जा, रंगरोगन करने व श्रद्धालुओं को अधिक सुविधाएं उपलब्ध करवाने के सुझाव देती हैं.
लोगों का कहना है कि मंदिर में हर वर्ष 7 लाख से अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं अगर श्रद्धालु मंदिर में एक रुपये भी दान पात्र में डालता है तो वर्ष में 7 लाख राशि बनती है अगर प्रति श्रद्धालु 10 रुपये भी दान पात्र में डालें तो वर्ष में 70 लाख राशि बनती है लेकिन उसके बाबजूद भी प्रशासन मंदिर का रख रखाव नहीं करती.
मंदिर अधिकारी एवं तहसीलदार सरकाघाट दीनानाथ ने कहा कि चार दिन पहले ही उन्होंने कार्यभार ग्रहण किया है. दीनानाथ ने कहा कि समस्या को लेकर शीघ्र ही मंदिर का दौरा कर सारी स्थिति का जायजा लिया जाएगा.
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