करसोगः करसोग के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल तत्तापानी श्मशानघाट को अन्य स्थान पर बदलने के लिए फिर से राजनीतिक दवाब डाला जा रहा है, जिससे श्मशानघाट पर नया विवाद पैदा हो गया है. जनता ने इस बात की भनक लगते ही प्रशासन को सड़कों पर उतरने का अल्टीमेटम जारी कर दिया है.
लोगों ने दो टूक चेतावनी दी है कि अगर इस श्मशानघाट को जबरन बदलने का प्रयास किया गया तो 4 पंचायतों की जनता सड़क पर बैठकर धरना प्रदर्शन करेगी. इससे पहले भी एक बार श्मशानघाट को यहां से बदलने का प्रयास किया गया, जिस पर तत्तापानी सहित साथ लगती पंचायत के लोग भड़क गए थे और बड़ी संख्या में लोगों ने प्रशासन के सामने अपनी नाराजगी जाहिर की थी.
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प्रशासन ने जनभावना को देखते हुए अधिकारियों को मौके पर भेज कर मामले को सुलझाया था, लेकिन अब फिर से श्मशानघाट को बदले जाने पर राजनीति शुरू हो गई है. इन पंचायतों में रहने वाले गरीब लोग जो पैसे के अभाव में हरिद्वार नहीं जा सकते हैं, वे तत्तापानी में ही सतलुज नदी में अस्थियों का विसर्जन करते हैं. अब कुछ लोग इस शमशानघाट को अन्य स्थान पर बदले जाने के लिए प्रयास कर रहे हैं, जिसकी सूचना लगते ही जनता ने विरोध करना शुरू कर दिया है.
ग्राम सभा मे भी हुआ था प्रस्ताव पारित
तत्तापानी में पहले भी श्मशानघाट के बदले जाने के निर्णय पर विवाद उपजा था, जिसको देखते हुए इस मामले पर एसडीएम करसोग को हस्तक्षेप करना पड़ा था. सबसे पहले मामले को सुलझाने के लिए 2017 में तहसीलदार व बीडीओ को तत्तापानी भेजा गया था. अधिकारियों ने लोगों की बातों को सुनते हुए विवाद को शांता किया था.
इसके बाद श्मशानघाट को लेकर राजनीति शुरू हो गई. कुछ लोगों ने फिर से श्मशानघाट को बदलने के लिए राजनीतिक दवाब डालना शुरू कर दिया. जिसको देखते हुए 9 अप्रैल को तत्तापानी पंचायत में बीडीओ व नायब तहसीदार की उपस्थिति में विशेष ग्रामसभा का आयोजन किया गया, जिसमें ग्राम सभा ने अधिकारियों ने के सामने सर्वसम्मति से श्मशानघाट को अन्य स्थान के लिए न बदलने का निर्णय लिया था.
इसके बाद कुछ दिनों तक मामला फिर से कुछ शांत रहा, लेकिन अब फिर से श्मशानघाट को बदलने पर राजनीति शुरू हो गई है. ऐसे में जनता भड़क गई है. तत्तापानी के पूर्व उपप्रधान प्रेम वर्मा व वार्ड सदस्य दिनेश शर्मा का कहना है कि ग्राम सभा में सर्वसम्मति बनने के बाद भी कुछ शरारती तत्व श्मशानघाट को बदलने का प्रशासन पर राजनीतिक दवाब डाल रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अगर जनता की इच्छा के विरुद्ध इस श्मशानघाट को बदला गया तो 4 पंचायतों की जनता सड़क पर उतर कर धरना प्रदर्शन करेगी.