मंडी: बल्ह उपमंडल में शुक्रवार देर शाम हुए हादसे में दो युवकों के शव और कार को बरामद कर लिया गया. खूनी नहर के नाम से बदनाम बीएसएल नहर में ये पहला हादसा नहीं है. आए दिन नहर में कोई न कोई हादसा होता रहता है. हादसों की इस नहर में सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवाई है. ऐसे में बीबीएमबी प्रबंधन की ओर से बाड़बंदी की व्यवस्था न करना ये सवाल खड़ा करता है कि क्या प्रबंधन की नजरों में किसी की जान की कोई कीमत नहीं है?
शुक्रवार को कार समेत नहर में गिरने से हुई दो युवकों की मौत को लेकर स्थानीय लोगों ने बीबीएमबी प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. शनिवार सुबह सर्च ऑपरेशन कर गोताखोरों की मदद से युवकों के शव और कार को बरामद किया गया. इस दौरान मौके पर मौजूद सैकड़ों लोगों की भीड़ का गुस्सा बीबीएमबी प्रबंधन पर फूट पड़ा. स्थानीय लोगों ने प्रबंधन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रदेश हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी बीबीएमबी प्रबंधन बग्गी से सुंदरनगर तक नहर की बाड़बंदी नहीं कर रहा है. बीबीएमबी प्रबंधन के अड़ियल और लापरवाह रवैये पर केंद्र व प्रदेश सरकार को कड़ा संज्ञान लेना चाहिए. लोगों ने चेतावनी दी कि स्थानीय पंचायतों का एक प्रतिनिधिमंडल इस समस्या को लेकर बीबीएमबी प्रबंधन के खिलाफ उग्र आंदोलन करेगा.
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीएसएल नहर बग्गी से लेकर सुंदरनगर तक मौत की नहर बन चुकी है और आज सैकड़ों लोग नहर में समा चुके हैं. बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा नहर की फेंसिंग नहीं करने से सड़क व बैरिकेडिंग का लेवल एक हो गया है. अगर नहर की बाड़बंदी की गई होती तो सैकड़ों जानें बच सकती थी.
बीबीएमबी प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए स्थानीय लोगों ने कहा कि बीबीएमबी हमेशा मशीनरी व फंडिंग न होने का रोना रोती रहती है और संसाधन होने के बावजूद बाड़बंदी नहीं की गई है. स्थानीय लोगों ने केंद्र व प्रदेश सरकार से बीबीएमबी प्रबंधन द्वारा नहर की बाड़बंदी करने के काम को जल्द से जल्द पूरा करवाने की मांग की है. प्रशासन को चेताते हुए लोगों ने कहा कि अगर जल्द से जल्द बग्गी से सुंदरनगर तक बाड़बंदी नहीं की गई, तो बीबीएमबी के खिलाफ उग्र प्रदर्शन किया जाएगा.