करसोग: हिमाचल के करसोग में लोकतंत्र के महापर्व को कोई भी व्यक्ति वोटों की आहुति डालने से वंचित न रहे. इसके लिए मोबाइल पोलिंग तीन अति दुर्गम क्षेत्रों में खतरनाक रास्तों को पार कर घर-घर जाकर लोगों ने मतदान करवा रही है. इसी कड़ी में गुरुवार को उपमंडल मुख्यालय से करीब 80 किमी दूर मोबाइल मतदान टीम जान की परवाह किए बिना शिमला जिले के तहत जस्सी भराड़ा में सतलुज नदी पर बने झूला की मदद से मंडी जिले के अति दूरदराज के मगान गांव पहुंची. यहां पर 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दो वृद्ध मतदाताओं से घर मतदान करवाया है. (mobile voting team) (Magan Village)
मोबाइल मतदान टीम ऐसे पहुंची मगान: घर घर पर मतदान करवाने के लिए गठित मोबाइल पोलिंग टीम पहले जिला मंडी के तहत करसोग से तत्तापानी पहुंची. इसके बाद शिमला जिले के सुन्नी से होते हुए जस्सी भराडा नामक स्थान पर पहुंची, जहां से गाड़ी को छोड़ कर टीम ने सतलुज नदी को एक झूला की मदद से पार किया. उसके बाद टीम ने गांव तक पहुंचने के लिए दो घंटे तक नदी के साथ लगते खतरनाक और संकरे रास्ते पर पैदल चलकर करीब 12 किमी का सफर तय कर मगान पहुंची. यहां 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के दो मतदाताओं भजन लाल और प्रीतम सिंह का घर पर मतदान करवाया.
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रिटर्निग अधिकारी सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि भारतीय चुनाव आयोग के निर्देशानुसार 80 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं को चिन्हित किया गया है. मोबाइल पोलिंग टीम 6 नवंबर तक किसी भी स्थिति में उनके घर जाकर मतदान करवाएगी. मोबाइल टीम में पीठासीन अधिकारी कृष्ण कुमार, गोपाल सिंह, माईक्रो ऑब्जर्बर पंकज कुमार, सुरक्षा कर्मी मोहन लाल और विडियोग्राफर बालकृष्ण शामिल रहे.