धर्मपुर: देश व प्रदेश में लगे लॉकडाउन व कर्फ्यू की वजह से लोग अब बाजारू सब्जियों को छोड़कर घर पर ही औषधिय गुणों से भरपूर सब्जियों का खूब आंनद उठा रहे हैं, क्योंकि पहले लोगों के पास इतना समय नहीं होता था कि वह जंगल में जाकर या खेतों में जाकर इन औषधिय गुणों से भरपूर इन सब्जियों का स्वाद चख सकें.
बता दें कि फेगड़े खाने से चर्मरोग नहीं होता है और कंचनार खाने से भी कई बीमारियां दूर होती हैं. तरडी को भी औषधीय गुणों से भरपूर सब्जी का दर्जा प्राप्त है. यह जंगलों में होती है. जमीन में करीब चार से पांच फीट नीचे मिलती है. इसको निकालने में बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है और बहुत ही मुश्किल से यह सब्जी प्राप्त होती है.
बाजार में करोना वायरस की वजह से सब्जी नहीं पहुंच पा रही है और लोग भी घरों में रहकर घुटन महसूस कर रहे है, इसलिए उन्होंने समय बिताने का तरीका निकाला की एक तो सब्जी मिल जाती है दूसरा समय भी निकल जाता है. लॉकडाउन ने लोगों को घर में कैद कर दिया है, लेकिन इससे लोगों को लाभ मिल रहा है. एक तो बिना किसी डर के सब्जी को खा रहे हैं और दूसरा अपने परिवार को पूरा समय दे रहे हैं.
सभी लोग इस लॉकडाउन का मजा उठा रहे हैं. कुछ लोगों भवानी दत, प्रेम ठाकुर, बलवंत, श्याम लाल, नीका राम, हेम सिंह, करतार सिंह, नरेन्द्र कुमार, रामलाल, चमारूराम इत्यादि ने कहा कि इन सब्जियों को खाने से शरीर में होने वाली कई बीमारियां दूर होती हैं और इससे समय भी व्यतीत हो रहा है.
आयुर्वेदिक डॉ. निखिल ने कहा कि यह सब्जियां बाजारू सब्जियों से अच्छी होती हैं और इससे शरीर को बहुत लाभ होता है और कई बीमारियों को विशेषकर चर्मरोग, पेट के हाजमे ठीक रखना इत्यादि लाभ हैं, इसलिए इन सब्जियों का सीजन के अनुसार प्रयोग अवश्य करना चाहिए.
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