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मैहरन पंचायत में अधिकारी करते रहे लोगों का इंतजार, 12वीं बार फिर स्थगित करनी पड़ी ग्राम सभा

मैहरन पंचायत में 12वीं बार कोरम पूरा न होने के कारण ग्राम सभा की बैठक को स्थगित करना पड़ा है. विभिन्न विभागों के अधिकारी इंतजार करते रहे, लेकिन बैठक में लोग नहीं पहुंच पाए.

people in Maiharan Panchayat.
मैहरन पंचायत में अधिकारी करते रहे लोगों का इंतजार.
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Published : Nov 29, 2019, 7:03 PM IST

करसोग: करसोग विकासखंड के तहत मैहरन पंचायत में शुक्रवार को जीपीडीपी की ग्राम सभा को कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा. गौर कि बात यह है कि लगातार 12वीं ऐसी ग्राम सभा की बैठक थी, जिसको कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा है.

इससे पहले पंचायत में 17 फरवरी 2019 को ग्राम सभा की बैठक में कोरम पूरा हुआ था, जिसके बाद 9 महीने से पंचायत में कोरम पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में मैहरन पंचायत में मनरेगा के तहत वर्ष 2020-21 के लिए अभी तक मनरेगा की शैल्फ भी नहीं डाली गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

इसके अतिरिक्त पंचायत में बीपीएल सूची की समीक्षा सहित गांव में होने वाले विकासकार्य अधहर में लटके हुए हैं. 29 नवंबर को आयोजित डीपीडीपी की बैठक में पंचायत में होने वाले विकसकार्यों के लिए योजनाएं तैयार की जानी थी, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण महत्वपूर्ण कार्य भी बीच में लटके हुए पड़े है.

बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी सुबह 10 बजे ही पंचायत में पहुंच गए थे और 2 बजे तक लोगों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन समय से कोरम के लिए जरूरी संख्या पूरी न होने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा. ऐसे में सरकार का ग्राम सभा मे वन फोर्थ कोरम का फार्मूला भी काम नहीं आया है.

फरवरी के बाद इस दिन हुई बैठक में कोरम अधूरा
19 फरवरी कोरम अधूरा
24 फरवरी कोरम अधूरा
8 मार्च कोरम अधूरा
2 अप्रैल कोरम अधूरा
5 मई कोरम अधूरा
15 अगस्त कोरम अधूरा
24 अगस्त कोरम अधूरा
9 सितंबर कोरम अधूरा
25 सितंबर कोरम अधूरा
2 अक्टूबर कोरम अधूरा
20 अक्टूबर कोरम अधूरा

20 फीसदी पंचायतों में ही पूरा होता है कोरम: रिपोर्ट
बीडीओ ऑफिस की और से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक करसोग खंड में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में मुश्किल से 20 फीसदी पंचायतों में ही कोरम पूरा होता है. इसके अतिरिक्त हर बार कहीं न कहीं 80 फीसदी पंचायतों में कोरम पूरा नही हो रहा है, जिसका सीधा असर गांवों में होने वाले विकासकार्यों पर पड़ रहा है.

यही नहीं कोरम पूरा न होने से कई पंचायतों में बीपीएल परिवारों की समीक्षा भी नहीं हो सकी है, जिस कारण ऐसी पंचायतों में अपात्र लोगों के नाम बीपीएल सूची से हटाए नहीं गए हैं. इन पंचायतों में कई पात्र लोगों ने बीपीएल सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किया है. करसोग विकासखण्ड में कुल 54 पंचायतें हैं.

नहीं पूरा हुआ कोरम: सचिव

जीपीडीपी की ग्राम सभा बैठक रखी गई थी।,जिसमें विभिन्न विभागों से अधिकारी योजनायों की जानकारी देने के लिए आए थे, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा. ग्राम पंचायत मैहरन में पिछली बार 17 फरवरी 2019 को कोरम पूरा हुआ था.

करसोग: करसोग विकासखंड के तहत मैहरन पंचायत में शुक्रवार को जीपीडीपी की ग्राम सभा को कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा. गौर कि बात यह है कि लगातार 12वीं ऐसी ग्राम सभा की बैठक थी, जिसको कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा है.

इससे पहले पंचायत में 17 फरवरी 2019 को ग्राम सभा की बैठक में कोरम पूरा हुआ था, जिसके बाद 9 महीने से पंचायत में कोरम पूरा नहीं हुआ है. ऐसे में मैहरन पंचायत में मनरेगा के तहत वर्ष 2020-21 के लिए अभी तक मनरेगा की शैल्फ भी नहीं डाली गई है.

वीडियो रिपोर्ट.

इसके अतिरिक्त पंचायत में बीपीएल सूची की समीक्षा सहित गांव में होने वाले विकासकार्य अधहर में लटके हुए हैं. 29 नवंबर को आयोजित डीपीडीपी की बैठक में पंचायत में होने वाले विकसकार्यों के लिए योजनाएं तैयार की जानी थी, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण महत्वपूर्ण कार्य भी बीच में लटके हुए पड़े है.

बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारी सुबह 10 बजे ही पंचायत में पहुंच गए थे और 2 बजे तक लोगों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन समय से कोरम के लिए जरूरी संख्या पूरी न होने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा. ऐसे में सरकार का ग्राम सभा मे वन फोर्थ कोरम का फार्मूला भी काम नहीं आया है.

फरवरी के बाद इस दिन हुई बैठक में कोरम अधूरा
19 फरवरी कोरम अधूरा
24 फरवरी कोरम अधूरा
8 मार्च कोरम अधूरा
2 अप्रैल कोरम अधूरा
5 मई कोरम अधूरा
15 अगस्त कोरम अधूरा
24 अगस्त कोरम अधूरा
9 सितंबर कोरम अधूरा
25 सितंबर कोरम अधूरा
2 अक्टूबर कोरम अधूरा
20 अक्टूबर कोरम अधूरा

20 फीसदी पंचायतों में ही पूरा होता है कोरम: रिपोर्ट
बीडीओ ऑफिस की और से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक करसोग खंड में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में मुश्किल से 20 फीसदी पंचायतों में ही कोरम पूरा होता है. इसके अतिरिक्त हर बार कहीं न कहीं 80 फीसदी पंचायतों में कोरम पूरा नही हो रहा है, जिसका सीधा असर गांवों में होने वाले विकासकार्यों पर पड़ रहा है.

यही नहीं कोरम पूरा न होने से कई पंचायतों में बीपीएल परिवारों की समीक्षा भी नहीं हो सकी है, जिस कारण ऐसी पंचायतों में अपात्र लोगों के नाम बीपीएल सूची से हटाए नहीं गए हैं. इन पंचायतों में कई पात्र लोगों ने बीपीएल सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किया है. करसोग विकासखण्ड में कुल 54 पंचायतें हैं.

नहीं पूरा हुआ कोरम: सचिव

जीपीडीपी की ग्राम सभा बैठक रखी गई थी।,जिसमें विभिन्न विभागों से अधिकारी योजनायों की जानकारी देने के लिए आए थे, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा. ग्राम पंचायत मैहरन में पिछली बार 17 फरवरी 2019 को कोरम पूरा हुआ था.

Intro:पिछली बार 17 फरवरी 2019 को पूरा हुआ था कोरम, उसके बाद 9 महीने से बैठक में नहीं आए पंचायत के लोगBody:अधिकारी करते रहे इंतजार, नहीं पहुंचे लोग मैहरन पंचायत में 12वीं बार फिर स्थगित करनी पड़ी ग्राम सभा की बैठक

करसोग
करसोग विकासखंड के तहत पड़ने वाली मैहरन पंचायत में शुक्रवार को जीपीडीपी की ग्राम सभा को कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा। चिंता की बात ये है कि ये लगातार 12 वीं ऐसी ग्राम सभा की बैठक थी जिसको कोरम पूरा न होने के कारण स्थगित करना पड़ा है। इससे पहले इस पंचायत में 17 फरवरी 2019 को ग्राम सभा की बैठक में कोरम पूरा हुआ था। इसके बाद 9 महीने से पंचायत में कोरम पूरा नहीं हुआ है। ऐसे में मैहरन पंचायत में मनरेगा के तहत वर्ष 2020-21 के लिए अभी तक मनरेगा की शैल्फ भी नहीं डाली जा सकी है। इसके अतिरिक्त इस पंचायत में बीपीएल सूची की समीक्षा सहित गांव में होने वाले विकासकार्य लटक गए हैं। 29 नवम्बर को आयोजित हुई डीपीडीपी की बैठक में पंचायत में होने वाले विकसकार्यों के लिए योजनाएं तैयार की जानी थी, लेकिन कोरम पूरा न होने से ये महत्वपूर्ण कार्य भी लटक गया है। इस बैठक में विभिन्न विभागों अधिकारी सुबह 10 बजे ही पंचायत में पहुंच गए थे और 2 बजे तक लोगों के आने का इंतजार करते रहे, लेकिन तय समय में कोरम के लिए जरूरी संख्या पूरी न होने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा। ऐसे में सरकार का ग्राम सभा मे वन फोर्थ कोरम का फार्मूला भी काम नहीं आया है।
फरवरी के बाद इस दिन हुई बैठक में कोरम अधूरा:
19 फरवरी कोरम अधूरा
24 फरवरी कोरम अधूरा
8 मार्च कोरम अधूरा
2 अप्रैल कोरम अधूरा
5 मई कोरम अधूरा
15 अगस्त कोरम अधूरा
24 अगस्त कोरम अधूरा
9 सितंबर कोरम अधूरा
25 सितंबर कोरम अधूरा
2 अक्टूबर कोरम अधूरा
20 अक्टूबर कोरम अधूरा


20 फीसदी पंचायतों में ही पूरा होता है कोरम: रिपोर्ट
बीडीओ ऑफिस की और से तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक करसोग खंड में आयोजित होने वाली ग्राम सभा की बैठकों में मुश्किल से 20 फीसदी पंचायतों में ही कोरम पूरा होता है। इसके अतिरिक्त हर बार कहीं न कहीं 80 फीसदी पंचायतों में कोरम पूरा नही हो रहा है। जिसका सीधा असर गांवों में होने वाले विकासकार्यों पर पड़ रहा है। यही नहीं कोरम पूरा न होने से कई पंचायतों में अभी तक बीपीएल परिवारों की समीक्षा भी नहीं हो सकी है। जिस कारण ऐसी पंचायतों में अपात्र लोगों के नाम बीपीएल सूची से नहीं हटाए गए हैं। इन पंचायतों में कई लोगों पात्र लोगों ने बीपीएल सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन किया है। करसोग विकासखण्ड में कुल 54 पंचायतें हैं।

नहीं पूरा हुआ कोरम: सचिव
जीपीडीपी की ग्राम सभा बैठक रखी गई थी। जिसमें विभिन्न विभागों से अधिकारी योजनायों की जानकारी देने के लिए आए थे, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण इस बैठक को स्थगित करना पड़ा। ग्राम पंचायत मैहरन में पिछ्ली बार 17 फरवरी 2019 को कोरम पूरा हुआ था।
एमन्त कुमार, सचिव ग्राम पंचायत मैहरनConclusion:जीपीडीपी की ग्राम सभा बैठक रखी गई थी। जिसमें विभिन्न विभागों से अधिकारी योजनायों की जानकारी देने के लिए आए थे, लेकिन कोरम पूरा न होने के कारण इस बैठक को स्थगित करना पड़ा। ग्राम पंचायत मैहरन में पिछ्ली बार 17 फरवरी 2019 को कोरम पूरा हुआ था।
एमन्त कुमार, सचिव ग्राम पंचायत मैहरन
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