मंडी: 15 अगस्त 2021 को पूरा देश आजादी की 75 वीं वर्षगांठ मनाने जा रहा है. आजादी के इतने वर्ष बीतने के बाद आज भी कई लोग मूलभूत सुविधाओं से कोसों दूर हैं. सत्तासीन सरकारों द्वारा विकास के बड़े-बड़े दावे तो किए जाते हैं, लेकिन धरातल पर आज भी स्थिति कुछ और ही है. मंडी जिले के जोगिंद्रनगर विधानसभा क्षेत्र के तहत आने वाली ग्राम पंचायत रोपाधार का बदन गांव आज भी सड़क सुविधा से महरूम है.
250 लोगों की आबादी वाले इस गांव में मंगलवार को जब देशराज नामक बुजुर्ग की तबीयत खराब हुई तो, परिवार के समक्ष उसे अस्पताल तक पहुंचाने का संकट खड़ा हो गया. ग्रामीण एकजुट हुए और कुर्सी का स्ट्रेचर बनाया. पांच किमी का पैदल सफर तय करके बुजुर्ग को सड़क तक पहुंचाया. इस देसी स्ट्रेचर में गांव वालों ने पहले एक कुर्सी, दो बड़े डंडों और एक मजबूत रस्सी का इंतजाम किया. फिर डंडों पर कुर्सी को रखकर उसे पक्के तरीके से बांधा गया. फिर बुजुर्ग देशराज को उसपर बिठाकर कसकर बांधा गया. उसके बाद दो लोगों ने आगे से और दो ने पीछे से इस स्ट्रेचर को उठाकर पांच किलोमीटर की पैदल यात्रा कर सड़क तक पहुंचाया.
पंचायत रोपाधार के बदन गांव के लोगों के लिए यह नई बात नहीं थी, लेकिन इस बार गांव वालों ने इसका वीडियो बनाकर नेताओं के मुंह पर तमाचा मारने का काम किया है. वार्ड सदस्य विक्की कुमार ने बताया कि उनके गांव की आबादी 250 से अधिक है, लेकिन आज दिन तक सड़क सुविधा नहीं मिल पाई है. इन्होंने सरकार से गांव को जल्द सड़क सुविधा से जोड़ने की गुहार लगाई है.
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