मंडी: क्रिप्टो करेंसी के नाम पर ठगी मामले के बाद इसी से मिलता जुलता एक और फर्जीवाड़ा सामने आया है. मामले में कई निवेशकों की शिकायत मिलने पर मंडी पुलिस ने एक ट्रेड कंपनी के नागचला और जीरकपुर में दफ्तर को सील किया है. यहां भी कम समय में निवेशकों से ज्यादा रिटर्न देने का लालच दिया जाता था. ज्यादा रिटर्न पाने की लालच में सैंकड़ों लोगों ने निवेश किया था. वहीं, ठगी के बाद कई लोगों के पास अब मूल धनराशि भी नहीं है. जिसके बाद ठगी के शिकार लोग पुलिस के पास पहुंचे और अपनी शिकायत दर्ज कराई. पुलिस अब मामले की जांच कर रही है. वहीं, पुलिस फिलहाल मीडिया को किसी भी तरह की जानकारी देने से बच रही है.
हालांकि, यह साफ है कि यह मामला क्रिप्टो करेंसी से नहीं जुड़ा हुआ है, बल्कि यह अलग निवेश से जुड़ा मामला है. सूत्र बताते हैं कि यहां भी निवेश करने पर कुछ समय बाद रिटर्न मिलने पर कई अधिकारी, कर्मचारी, राजनीति व अन्य क्षेत्रों से जुड़े लोगों ने लाखों रुपये निवेश किए. मामले में ठगी के शिकार लोगों की शिकायत पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कंपनी कार्यालयों को सील करने के साथ ही कई अहम दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं. इस मामले में फिलहाल कोई गिरफ्तारी तो नहीं हुई है, लेकिन आरोपियों के तार मंडी जिले से ही जुड़े हुए बताए जा रहे हैं.
सूत्र बताते हैं कि कंपनी दावा करती थी कि वह ट्रेडिंग करती है, जो भी व्यक्ति उनके पास पैसा इन्वेस्ट करता था, उसे स्टांप पेपर के ऊपर लिख कर देती थी. इतना ही नहीं निवेशकों का पहले ही पोस्टपेड चेक देकर भरोसा जीता जाता था. बताया जा रहा है कि पिछले दो सालों से कंपनी कार्य कर रही है. इसी कंपनी ने जिला मंडी के साथ पूरे हिमाचल में अपना जाल फैला लिया है. वहीं, कंपनी के हिमाचल के बाहर भी काम चलने की सूचना हैं. अधिक निवेश करवाने वाले लोगों को कंपनी उदारण के तौर पर पेश करती थी और उन्हें विदेश दौरे भी करवाती थी. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मंडी अमित यादव ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने कुछ कार्रवाई की है, लेकिन फिलहाल इस मामले में मीडिया में कुछ शेयर नहीं किया जा सकता है. पुलिस नियमानुसार कार्रवाई कर रही है.
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