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43 घंटों के बाद हुआ बहाल मनाली-चंडीगढ़ हाईवे, लोगों ने ली राहत की सांस

मनाली-चंडीगढ़ हाईवे 43 घंटों के लंबे इंतजार के बाद आज पूरी तरह से बहाल हो गया है. फोरलेन निर्माण में बन रही सुरंग से निकले मलबे को गढडों में भरा गया. एसडीएम ने बताया कि शाम करीब चार बजे हाईवे को पूरी तरह से किया बहाल.

chandigarh-manali highway restored
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Published : Aug 19, 2019, 7:20 PM IST

मंडीः जिले में हुई लगातार भारी बरिश के कारण मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पर आवाजाही ठप पड़ गई थी. मंडी जिला में दवाड़ा के पास आज सुबह जैसे ही ब्यास नदी का जलस्तर कम हुआ तो पता चला कि तेज बहाव के साथ हाईवे को भी बहा ले गया है.

जानकारी के अनुसार प्रशासन के आदेश पर फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी ने अपनी अधिकतर मशीनरी हाईवे की बहाली के लिए लगा दी टनलों से निकलने वाले मलबे से गढ्ढों की भरपाई की गई और सड़क बहाली के कार्य को पूरा किया गया. उसके बीद ही मनाली-चंडीगढ़ हाईवे को लगभग 43 घंटों के लंबे इंतजार के बाद पूरी तरह से बहाल किया गया.

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एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने बताया कि शाम करीब 4 बजे हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है और सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित कर दी गई है. बता दें कि जब मुरम्मत का अस्थायी कार्य पूरा हो गया तो उसके बाद प्रशासन की टेक्निकल टीम ने जायजा लिया और उसके बाद ही वाहनों की आवाजाही को हरी झंडी दिखाई गई.

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मंडीः जिले में हुई लगातार भारी बरिश के कारण मनाली-चंडीगढ़ हाईवे पर आवाजाही ठप पड़ गई थी. मंडी जिला में दवाड़ा के पास आज सुबह जैसे ही ब्यास नदी का जलस्तर कम हुआ तो पता चला कि तेज बहाव के साथ हाईवे को भी बहा ले गया है.

जानकारी के अनुसार प्रशासन के आदेश पर फोरलेन निर्माण में लगी कंपनी ने अपनी अधिकतर मशीनरी हाईवे की बहाली के लिए लगा दी टनलों से निकलने वाले मलबे से गढ्ढों की भरपाई की गई और सड़क बहाली के कार्य को पूरा किया गया. उसके बीद ही मनाली-चंडीगढ़ हाईवे को लगभग 43 घंटों के लंबे इंतजार के बाद पूरी तरह से बहाल किया गया.

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एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने बताया कि शाम करीब 4 बजे हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है और सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित कर दी गई है. बता दें कि जब मुरम्मत का अस्थायी कार्य पूरा हो गया तो उसके बाद प्रशासन की टेक्निकल टीम ने जायजा लिया और उसके बाद ही वाहनों की आवाजाही को हरी झंडी दिखाई गई.

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Intro:मंडी। 43 घंटों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार आज चंडीगढ़ मनाली नेशनल हाईवे को पूरी तरह से बहाल कर दिया गया। मंडी जिला में दवाड़ा के पास यह हाईवे बीते 43 घंटों से बंद था। शनिवार रात सवा नौ बजे ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण औट थाना प्रभारी ललित महंत ने इस हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया था और पूरी टीम के साथ यहां तैनात हो गए थे। Body:छोटे वाहनों को मंडी से कुल्लू वाया कटौला भेजा जा रहा था जबकि बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से बंद थी। आज सुबह जब नदी का जलस्तर कम हुआ तो पता चला कि पानी का तेज बहाव अपने साथ हाईवे को भी बहा ले गया है। प्रशासन के आदेश पर यहां फोरलेन निर्माण में लगी एफकॉन कंपनी ने अपनी अधिकतर मशीनरी हाईवे की बहाली के लिए लगा दी। टनलों से निकलने वाले मलबे को यहां फैंक कर गढडों की भरपाई की गई। कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर आरके सिंह और एचआर हेड कर्नल बलजिंदर गोराया ने इस कार्य को जल्दी पूरा करवाने में पूरा योगदान दिया। जब क्षतिग्रस्त हाईवे पर मुरम्मत का अस्थायी कार्य पूरा हो गया तो उसके बाद प्रशासन की टेक्निकल टीम ने यहां का जायजा लिया और उसके बाद ही वाहनों की आवाजाही को हरी झंडी दिखाई गई। एसडीएम सदर सन्नी शर्मा ने बताया कि शाम करीब चार बजे हाईवे को यातायात के लिए पूरी तरह से बहाल कर दिया गया है और सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही सुनिश्चित कर दी गई है।Conclusion:
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