मंडी: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने भी अपने परिवार सहित छिपणू पोलिंग स्टेशन में मतदान किया. इस मौके पर कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में रिवाज नहीं ताज बदलने जा रहा है और कांग्रेस एक बार फिर सत्ता में वापसी करने जा रही है. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के महाकुंभ में उनके परिवार और उन्होंने भी मतदान किया है. उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि लोगों में मतदान को लेकर काफी उत्साह है. (Kaul Singh Thakur cast his vote) (Voting in Drang Assembly)
कांग्रेस के दिग्गज नेता और कांग्रेस प्रत्याशी कौल सिंह ठाकुर ने कहा कि मुझे विश्वास है कि द्रंग की जनता मुझे 9 वीं बार विधानसभा पहुंचाएगी. उन्होंने दावा किया की हिमाचल में कांग्रेस की सरकार बनेगी और वह पूरी कोशिश करेंगे की जनता की उम्मीदों पर खरे उतरें.
द्रंग विधानसभा सीट के लिए वोटिंग जारी है. यहां पर मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है. भाजपा ने सिटिंग विधायक जवाहर ठाकुर का टिकट काटते हुए पूर्ण चंद ठाकुर को मैदान में उतारा है. वहीं, कांग्रेस ने एक बार फिर दिग्गज नेता व पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर को द्रंग विधानसभा सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. कौल सिंह ठाकुर 76 साल के हैं वहीं, पूर्ण चंद ठाकुर 65 साल के हैं. (Kaul Singh Thakur vs Puran Chand Thakur)
द्रंग में गुरु शिष्य के बीच मुकाबला: कौल सिंह ठाकुर हिमाचल का बड़ा राजनीतिक चेहरा हैं. उनके राजनीतिक सफर की शुरुआत 1973 से ही हो गई थी. पहली बार मंडी सदर पंचायत समिति के अध्यक्ष चुने गए. वहीं, पूर्ण चंद ठाकुर, कौल सिंह के शिष्य रह चुके हैं. कंटीडी पंचायत से तीन बार प्रधान, कटौला व बड़ीधार से जिला परिषद सदस्य रह चुके हैं. वहीं, कांग्रेस में द्रंग कांग्रेस अध्यक्ष व जिला अध्यक्ष की कमान भी पूर्ण चंद ठाकुर के हाथों में रही है.(Himachal Election 2022) (Voting in Drang Assembly seat)
8 बार जीत चुके हैं कौल सिंह ठाकुर: द्रंग सीट कौल सिंह ठाकुर का गढ़ मानी जाती है. 8 बार द्रंग की जनता ने उन्हें अपना आशिर्वाद दिया है. साल 2017 में ठाकुर चुनाव हार गए थे. बीजेपी के जवाहर ठाकुर ने उन्हें हराया था. पूर्ण चंद ठाकुर ने 2015 में कांग्रेस पार्टी दामन छोड़, 2017 के चुनावी रण में कूद गए थे. किसी समय कांग्रेस पार्टी के सिपाही रहे पूर्ण चंद यहां से पिछला विधानसभा चुनाव निर्दलीय चुनाव लड़कर 7672 वोट हासिल किए थे. कांग्रेस को उम्मीद है कि एक बार फिर से कौल सिंह सीट पर अपना कब्जा करेंगे. वहीं, पूर्ण चंद को बीजेपी सशक्त नेता मानती है.