मंडी: करवा चौथ का उपवास हर वर्ष सुहागिन महिलाएं अपनी पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं. पूरे दिन निर्जला व्रत रखकर चांद को अर्घ देने के बाद ही व्रत खोलती हैं. महिलाएं इस दिन का पूरे साल बेसब्री से इंतजार करती हैं और कई दिन पहले से ही व्रत की तैयारियां शुरू कर देती हैं, फिर चाहे वो पूजन की तैयारी हो या सजने संवरने की.
वहीं, इस बार का करवा चौथ का व्रत बेहद खास है. ज्योतिषों के अनुसार करीब सात दशक बाद करवा चौथ पर इस बार शुभ संयोग बन रहा है. पहली बार करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं के लिए ये व्रत बहुत अच्छा माना जा रहा है. ज्योतिष के गणना के अनुसार इस बार करवा चौथ के दिन कार्तिक सक्रांति भी है. इस बार करवा चौथ ग्रहों के हिसाब से भी अच्छा माना जा रहा है. इस दिन भगवान सूर्य नारायण तुला राशि में प्रवेश करेंगे. इस बार का व्रत उद्ययापन के लिए भी शुभ माना गया है.
छोटी काशी मंडी के बाजार भी करवा चौथ के लिए सज गए हैं. वहीं, सुहागिनों में भी करवाचौथ के व्रत के लिए खूब उत्साह नजर आ रहा है. मेहंदी समेत श्रृंगार के लिए व्रत से पहले पार्लर में भी एडवांस बुकिंग चल रही है. इस खास पर्व के लिए महिलाएं खूब शॉपिंग कर रही हैं.
करवा व सरगी की दुकानें भी मंडी बाजार में सज गई हैं. महिलाओं की मानें तो करवा चौथ के लिए वह पहले से सभी तैयारियों में जुट गई है. अपने पति की लंबी आयु व सुखी जीवन के लिए करवा चौथ व्रत रख रही हैं. मान्यता है कि करवा चौथ के दिन महिलाएं पूरे 16 श्रृंगार करके ही पूजा में बैठती हैं. जिन महिलाओं का पहला करवा चौथ है उन्हें शादी का जोड़ा पहनकर करवा चौथ पूजन करना शुभ माना जाता है.