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करसोग में हरियाली बचाने के लिए अनूठी पहल, महिलाओं ने रोपे 100 से ज्यादा पौधे

बगैला पंचायत के पडैहर में हर साल सावन के महीने में हर्षोल्लास से मेला मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के लिए पडैहर में मेले का आयोजन नहीं किया गया. इसी कड़ी में महिला मंडल ने पडैहर में आयोजित होने वाले मेले के दिन पौधे लगाकर इस दिन को यादगार बनाया.

पौधरोपण
पौधरोपण
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Published : Aug 12, 2020, 8:38 AM IST

करसोग/मंडी: करसोग में धरती पर हरियाली बचाने के लिए महिलाओं ने अनूठी पहल की है. कोरोना काल में मेले आदि आयोजित नहीं हो रहे है, लेकिन करसोग के चार महिला मंडलों ने सूनी पड़ी धरती को भरने के लिए मेले के दिन पौधारोपण का संकल्प लिया. इसी कड़ी में महिला मंडल बगैला, बखेड़ी, धलोग व पार्टी की महिलाओं ने पडैहर में आयोजित होने वाले मेले के दिन पौधे लगाकर इस दिन को यादगार बनाया.

महिलाओं ने मेला ग्राउंड के आसपास देवदार सहित अन्य कई प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे लगाए. इस मौके पर स्थानीय विधायक हीरालाल भी पौध लगाने के कार्यक्रम में शामिल हुए. विधायक ने खुद भी कुदाल उठाकर गड्ढा तैयार किया और देवदार का पेड़ लगाया.

बता दें कि बगैला पंचायत के पडैहर में हर साल सावन के महीने में हर्षोल्लास से मेला मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के लिए पडैहर में मेले का आयोजन नहीं किया गया. इस पारंपरिक मेले को यादगार बनाने के लिए बगैला पंचायत की महिलाओं ने यादगार का निर्णय लिया और मेला ग्राउंड के आसपास खाली पड़ी भूमि पर पौधे लगाकर लगाए.

वीडियो रिपोर्ट.

इस मौके पर जिला परिषद सदस्य बबीता ठाकुर ने महिलाओं का हौसला बढ़ाया. महिलाओं की इस पहल की क्षेत्रवासी खूब सराहना कर रहे हैं. जिला परिषद सदस्य बबिता ठाकुर ने बताया कि पडैहर मेला ग्राउंड में चार महिला मंडलों ने पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सभी महिलाओं ने एक-एक पौधा लगाकर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया.

विधायक हीरालाल ने बताया कि पडैहर में हर साल पारंपरिक मेला आयोजित होता है, लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से मेला आयोजित नहीं हो पाया है. ऐसे में महिलाओं ने मेले के दिन पौधे लगाए. उन्होंने कहा कि महिलाओं ने पौधे लगाकर पूरे क्षेत्र को त्योहार और उत्सव के महत्व का संदेश दिया है.

ये भी पढ़ें: सिरमौर-सोलन में ही मिले कोरोना संक्रमितों को इलाज

करसोग/मंडी: करसोग में धरती पर हरियाली बचाने के लिए महिलाओं ने अनूठी पहल की है. कोरोना काल में मेले आदि आयोजित नहीं हो रहे है, लेकिन करसोग के चार महिला मंडलों ने सूनी पड़ी धरती को भरने के लिए मेले के दिन पौधारोपण का संकल्प लिया. इसी कड़ी में महिला मंडल बगैला, बखेड़ी, धलोग व पार्टी की महिलाओं ने पडैहर में आयोजित होने वाले मेले के दिन पौधे लगाकर इस दिन को यादगार बनाया.

महिलाओं ने मेला ग्राउंड के आसपास देवदार सहित अन्य कई प्रजातियों के 100 से अधिक पौधे लगाए. इस मौके पर स्थानीय विधायक हीरालाल भी पौध लगाने के कार्यक्रम में शामिल हुए. विधायक ने खुद भी कुदाल उठाकर गड्ढा तैयार किया और देवदार का पेड़ लगाया.

बता दें कि बगैला पंचायत के पडैहर में हर साल सावन के महीने में हर्षोल्लास से मेला मनाया जाता है, लेकिन इस बार कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने के लिए पडैहर में मेले का आयोजन नहीं किया गया. इस पारंपरिक मेले को यादगार बनाने के लिए बगैला पंचायत की महिलाओं ने यादगार का निर्णय लिया और मेला ग्राउंड के आसपास खाली पड़ी भूमि पर पौधे लगाकर लगाए.

वीडियो रिपोर्ट.

इस मौके पर जिला परिषद सदस्य बबीता ठाकुर ने महिलाओं का हौसला बढ़ाया. महिलाओं की इस पहल की क्षेत्रवासी खूब सराहना कर रहे हैं. जिला परिषद सदस्य बबिता ठाकुर ने बताया कि पडैहर मेला ग्राउंड में चार महिला मंडलों ने पौधरोपण कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें सभी महिलाओं ने एक-एक पौधा लगाकर पर्यावरण को बचाने का संदेश दिया.

विधायक हीरालाल ने बताया कि पडैहर में हर साल पारंपरिक मेला आयोजित होता है, लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से मेला आयोजित नहीं हो पाया है. ऐसे में महिलाओं ने मेले के दिन पौधे लगाए. उन्होंने कहा कि महिलाओं ने पौधे लगाकर पूरे क्षेत्र को त्योहार और उत्सव के महत्व का संदेश दिया है.

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