करसोग: उपमंडल करसोग के मझास गांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगा दिया है. ग्राम पंचायत लोअर करसोग के तहत मझास गांव में तेंदुए ने आतंक मचा रखा था. कुछ दिन पहले तेंदुए ने गांव में एक किसान कृष्ण लाल की पांच भेड़ों को अपना शिकार बनाया था.
यहां लोग कई बार आसपास के क्षेत्रों में तेंदुए को घूमते हुए देख चुके हैं. जिससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. लोग अब रात के अंधेरे में घरों से बाहर निकलने में भी घबराने लगे हैं. खासकर महिलाएं और बच्चों को अकेले घरों से बाहर भेजने में लोग डर रहे हैं.
इसको देखते हुए वन विभाग ने रविवार को मझास गांव में तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है, ताकि गांव में जब भी तेंदुआ प्रवेश करे उसे पकड़ा जा सके. वन विभाग के इस निर्णय से लोगों ने राहत की सांस ली है.
तेंदुए अब जंगल को छोड़कर रिहायशी इलाकों में घुसने लगे हैं
बता दें कि करसोग में तेंदुए अब जंगल को छोड़कर रिहायशी इलाकों में घुसने लगे हैं. ऐसे में तेंदुए रात के अंधरे में कैटल शेडों में घुसकर कर कई मवेशियों को अपना शिकार बना चुके हैं. पिछली साल उपमंडल के अलसिंडी गांव में भी तेंदुए ने कैटल शेड का दरवाजा तोड़कर कई बकरियों को अपना शिकार बनाया था.
इसके अतिरिक्त कई अन्य क्षेत्रों में भी तेंदुए ने भेड़ और बकरियों को मार गिराया है. जिससे किसानों को भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है. ऐसे में लोग लंबे समय से पिंजरा लगाए जाने की मांग कर रहे हैं. ताकि किसानों को नुकसान न उठाना पड़े.
लोअर करसोग के प्रधान हरि सरन भाटिया ने पिंजरा लगाने के लिए वन विभाग का आभार प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि मझास गांव सहित आसपास के क्षेत्रों में लोगों ने कई बार तेंदुए को घूमते हुए देखा है. इसी बीच तेंदुए ने एक किसान की भेड़ों को भी अपना शिकार बनाया. इससे क्षेत्र में दहशत का माहौल है. ऐसे में पिजरा लगाने से लोगों को कुछ राहत मिली है.
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