सरकाघाट/मंडी: किसानों के भारत बंद का असर सरकाघाट में मिला जुला असर देखने को मिला. यहां पर न तो बाजार पूरी तरह से बंद रहा और ना ही बाजार पूरा खुला. आधी दुकानें खुली रहीं, जबकि कई दुकानों पर ताले भी लटके दिखे.
हालांकि भारत बंद के चलते बाजार में कम ग्राहक पहुंचे. कारोबारी बाजार में दुकानें खोले रहे लेकिन नाममात्र भी ग्राहक बाजार नहीं पहुंचे. इसके चलते करोबारियों में मायूसी छाई रही. वहीं, बाजार में कोई ग्राहक नहीं आने के चलते ट्रांसपोर्ट भी घाटे में रहा. क्योंकि सवारियां नहीं होने के चलते बाजार में टैक्सी और बसों में कोई भी सवारी नहीं दिखी.
अधिकतर बसें भी दिनभर खाली ही दिखाई दीं. वहीं, टैक्सी चालक भी दिनभर लोगों का इंतजार करते हुए दिखे कि उन्हें काम मिले मगर, उन्हें भी मायूसी ही हाथ लगी. कारोबारियों ने बताया कि भारत बंद के के चलते जनता में असमंजस की स्थिति होने के कारण लोगों ने बाजार का रुख नहीं किया, जिसके चलते बाजार में दुकानें तो खुली रही मगर ग्राहक नहीं आए. इसका कारोबार पर बहुत असर हुआ.
बता दें कि कृषि कानूनों के विरोध में केंद्र सरकार के खिलाफ किसानों ने 8 दिसंबर यानी के दिन भारत बंद का ऐलान किया है, पूरे देश के किसानों व मजदूर संगठनों के समर्थन के बाद कांग्रेस ने भी भारत बंद का समर्थन किया है.
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