मंडी: जहां एक ओर कोरोना वायरस के कारण विश्व में लोगों की जाने जा रही है वहीं दूसरी ओर स्वार्थी साधु-महात्मा, मौलवी ने कोरोना को पैसे कमाने का एक जरिया बना लिया है. ऐसी ही अफवाह बुधवार को हिमाचल प्रदेश में देवी-देवताओं के नाम पर सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई गई.
मामले में सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट में मंडी जिला के प्रसिद्ध देवता देव माहूंनाग और कमरूनाग की ओर से अफवाह फैलाकर लोगों को कोरोना से बचने के लिए बिना दूध की चाय बनाकर पीकर ठीक होने की अपील की गई है. इसका देवी-देवताओं से कोई लेना देना नहीं है.
वायरल पोस्ट में यह भी कहा गया है कि पानी में चाय की पत्ती उबाल कर पीने से कोरोना वायरस से बचा जा सकता है और यह केवल आज के दिन ही हो सकता है. बता दें कि इस तरह की कोई भी बात मूल माहूंनाग व कमरूनाग की तरफ से नहीं कही गई है. विश्व हिंदू परिषद करसोग व बजरंग दल के नेता चेतन शर्मा ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है.
उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया में मांहूनाग देवता द्वारा कोरोना वायरस से संबंधित जो टिप्पणी हुई है वह निराधार है. उन्होंने पुलिस विभाग से मांग की है कि जिन लोगों ने यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर कही है उनके खिलाफ आईटी एक्ट के अनुसार गिरफ्तारी की जाए.
वहीं, मामले पर एडीसी मंडी आशुतोष गर्ग ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर फैल रही इस प्रकार की अफवाहों से बचें. उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर प्रशासन द्वारा समय-समय पर अपने अधिकारिक माध्यमों से लोगों को जागरूक किया जा रहा है और इन पर बताई गई बातों का ही अनुसरण करें.
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