मंडी: आधुनिकता के इस दौर में लोग अभी भी जातिवाद जैसी सामाजिक कुरीति का पीछा नहीं छोड़ पा रहे हैं. एक बार फिर जाति के आधार पर प्रताड़ना का मामला सामने आया है. मामला मंडी जिला के गोहर उपमंडल के तहत आने वाले जहल गांव का है.
सोमवार को दलित परिवार से संबंध रखने वाली 14 वर्षीय लड़की अपनी गाय को चरा रही थी. गाय चरते-चरते स्वर्ण जाति की महिला के खेत में चली गई. इसी बात को लेकर खेत की मालकिन ने लड़की को पीटना और अभद्र भाषा का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया.
खेत की मालकिन ने लड़की की बेरहमी से पिटाई की. पीड़ित लड़की के परिजनों ने गोहर थाना में आकर शिकायत दर्ज करवाई. मंगलवार को डीएसपी हैडक्वार्टर कर्ण सिंह और एसएचओ गोहर सूरम सिंह ने घटनास्थल का दौरा किया और लोगों के बयान दर्ज किए.
वहीं, पीड़िता का मेडिकल भी करवाया गया. एसपी मंडी गुरदेव शर्मा ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि एक महिला के खिलाफ एट्रोसिटी एक्ट के तहत मामला दर्ज करके आगे की कार्रवाई शुरू कर दी गई है. डीएसपी कर्ण सिंह मामले की जांच पड़ताल कर रहे हैं.
बता दें कि जाति प्रथा एक सामाजिक कुरीति है. ये विडंबना ही है कि देश को आजाद हुए सात दशक से भी अधिक समय बीत जाने के बाद भी हम जाति प्रथा के चंगुल से मुक्त नहीं हो पाएं हैं, हालांकि एक लोकतांत्रिक देश के नाते संविधान के अनुच्छेद 15 में राज्य के द्वारा धर्म, मूलवंश, जाति, लिंग, जन्म स्थान के आधार पर नागरिकों के प्रति जीवन के किसी क्षेत्र में भेदभाव नहीं किए जाने की बात कही गई है, लेकिन विरोधाभास है कि सरकारी औहादे के लिए आवेदन या चयन की प्रक्रिया के वक्त जाति को प्रमुखता दी जाती है.